इंग्लैंड क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज जैक क्राउली के अनुसार मोटेरा स्टेडियम में भारत के खिलाफ खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट मैच में मेहमान टीम को फायदा मिलेगा. भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट पिंक बॉल के साथ खेला जाएगा और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाड़ी पिंक बॉल से खेलने के आदी है.
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि, पिंक बॉल लाल गेंद से अधिक चलती है और इसका सीम भी लंबे समय तक रहता है, जिससे खिलाड़ियों को गेंद को आकार में रखने में मदद मिलती है. ये बात किसी से छिपी नहीं है कि, इंग्लैंड के बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजों से ज्यादा स्विंग गेंदों का सामना करने के लिए जाने जाते हैं. चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में रूट एंड कंपनी भारतीय स्पिन गेंदबाजी के सामने ढेर हो गई थी.
मेजबान टीम के स्पिन गेंदबाजों ने दोनों पारियों में इंग्लैंड के बल्लेबाजों की एक ना चलने दी थी और अपने घरेलू मैदानों पर बनी पिच का पूरा-पूरा फायदा उठाया था. हालांकि, क्राउली को उम्मीद है कि तीसरे मैच में मेहमान टीम जोरदार वापसी करेगी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई में बात करते हुए जैक क्राउली ने अपने बयान में कहा, ”मुझे लगता है कि यह हमारे अनुकूल होगा. हम इस तरह की परिस्थितियों में खेलते हुए बड़े हुए है. तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल परिस्थितियों में गेंद को देर से खेलने की कोशिश करते रहे हैं. इसलिए आप यह कह सकते हैं कि भारतीयों की तुलना में हम ऐसी परिस्थितियों का अधिक अनुभव रखते हैं.”
क्राउली ने आगे कहा, ”संभवत: यही वजह है कि वे स्पिन के अविश्वनीय खिलाड़ी हैं क्योंकि वे ऐसी परिस्थितियों में खेलते हुए बड़े हुए हैं.”
क्राउली के अनुसार टीम इंडिया को ये पता है कि उन्हें अपनी स्थिति से बाहर कैसे जाना है. भारतीय टीम के पास एक मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है और उनके बल्लेबाज चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में चेपॉक में दूसरे टेस्ट मैच में शानदार फॉर्म में दिखे.
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज के अनुसार, ”उनके पास अविश्वसनीय तेज गेंदबाजी आक्रमण और असाधारण बल्लेबाज हैं और इसलिए हमें परिस्थितियों का बहुत अधिक फायदा नहीं मिलेगा। वे सक्षम हैं.”
जैक क्राउली के अनुसार, तीसरे टेस्ट मैच में पिंक बॉल के साथ तेज गेंदबाजों के लिए दूसरे टेस्ट मैच की तुलना में अधिक मदद की उम्मीद है. दूसरे मैच में पहले दिन के पहले सत्र में ही विकेट से स्पिन को मदद मिलने लगी थी.
उन्होंने कहा, ”लाल गेंद की तुलना में पिंक गेंद देखकर लगता है कि अधिक स्विंग करती है जिससे तेज गेंदबाजों को थोड़ा मदद मिलती है. मुझे उम्मीद है कि पिछले दो टेस्ट मैचों की तुलना में इस मैच में तेज गेंदबाजों को विकेट लेने के अधिक मौके मिलेंगे.”
बता दे कि, क्राउली चेपॉक के ड्रेसिंग रूम में मार्बल की सतह पर फिसलने से कलाई में चोट लगने के कारण पहले दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाए थे. मगर ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि तीसरा टेस्ट मैच में उनको अंतिम ग्यारह का हिस्सा बनाया जा सकता है.
भारत और इंग्लैंड के बीच पिंक बॉल टेस्ट बुधवार, 24 फरवरी से मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा.