अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ डे नाइट टेस्ट मैच में भारतीय टीम की जीत के हीरो रहे बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल. अक्षर पटेल ने कहा है कि वह खुश हैं कि बल्ले से नहीं तो कम से कम वह गेंद से ही भारतीय टीम की जीत में अपना योगदान दे रहे हैं. साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि विकेट टू विकेट गेंदबाजी करना उनकी ताकत है.
अपने घरेलू मैदान पर पहला इंटरनेशनल मैच खेलने उतरे अक्षर पटेल ने अपनी क्वालिटी बॉलिंग से इंग्लैंड के बल्लेबाजों के छक्के छुड़ा दिए. पहली पारी में छह और दूसरी पारी में पांच विकेट चटकाते हुए भारत को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
पहली पारी में इंग्लैंड को 112 पर और दूसरी पारी में सिर्फ 81 रनों पर रोकने में अक्षर ने योगदान दिया. अक्षर की विकेट टू विकेट गेंदों को खेलना इंग्लिश बल्लेबाजों के बस से बाहर दिख रहा था और ज्यादातर को अक्षर ने बोल्ड करते हुए आउट किया. मैच में 11 विकेट लेने के लिए अक्षर पटेल को प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
अक्षर निचले क्रम पर अच्छी बल्लेबाजी करने की भी काबिलियत रखते हैं, लेकिन अब तक वह कुछ खास योगदान बल्ले से नहीं दे पाए हैं. मगर वह इस बात से संतुष्ट है कि वह गेंदबाजी से टीम की जीत में योगदान दे रहे हैं.
अक्षर पटेल ने मैच के बाद कहा, “मुझे लगता है कि मुझे फिलहाल अपने इसी फॉर्म को आगे भी जारी रखना चाहिए.मैं उन चीजों के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा हूं कि क्या मुश्किल है और क्या आसान है. मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मैं बल्ले से नहीं तो कम से कम गेंद से ही टीम की जीत में अपना योगदान दे रहा हूं और मैं इसे सकारात्मक रूप से ले रहा हूं. मुझे पता है कि मैं जब भी गेंद डालता हूं कि तो विकेट टू विकेट डालता हूं. मैं बल्लेबाजों को ज्यादा रूम नहीं देता हूं. मैं जानता हूं कि बल्लेबाज गलती करेगा तो मुझे विकेट मिलेगा. मेरी हमेशा यह सोच रहती है कि मैं बल्लेबाज के लिए रन बनाना मुश्किल करूं.”
स्टंप के पीछे कई बार ऋषभ पंत को अक्षर पटेल को वसीम भाई कहते सुना गया है. मैच के बाद बाएं हाथ के स्पिनर ने खुलासा किया कि ये नाम उन्हें पहले अजिंक्य रहाणे ने दिया था और फिर ऋषभ पंत भी उन्हें वसीम भाई बोलने लगे.
अक्षर ने बताया, ‘जब भी मैं आर्म-बॉल डालता हूं तो रिषभ पंत बोलता है कि यह वसीम भाई (वसीम अकरम) जैसी आती है. अजिंक्य रहाणे ने मुझे यह नाम दिया था. उन्होंने कहा कि बल्लेबाज को अंदर आने वाली गेंद की गति एकदम वसीम अकरम जैसी रहती है. रिषभ ने ये बात जबसे सुनी, तब से वो मुझे वसीम भाई बुलाने लगा.’
अक्षर पटेल ने चेन्नई के चेपाक स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत के लिए डेब्यू किया. उस मैच में भी अक्षर ने पहली पारी में 2 और दूसरी पारी में अपने टेस्ट करियर का पहला फाइव विकेट हॉल लिया था. अब तक दो मैच की चार पारियों में अक्षर ने 3 फाइव विकेट हॉल लिए हैं.
सीरीज का चौथा मैच 4 मार्च से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाएंगे.