इग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट मैच की पहली पारी में अपनी गेंदबाजी को लेकर अक्षर पटेल ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है. अक्षर पटेल ने खुलासा किया है कि उन्होंने ऑर्म बॉल डालने में महारत कैसे हासिल की. अक्षर ने अपने करियर की शुरुआत एक तेज गेंदबाज के रूप में की थी और उनका मानना है कि अपने फास्ट बॉलिंग एक्शन से ही उन्हें सटीक आर्म बॉल डालने में महारथ हासिल हुई है.
ऑर्थोडॉक्स स्पिनर अक्षर पटेल ने गुलाबी गेंद से खेले जा रहे टेस्ट मैच में सातवें ओवर में कप्तान विराट कोहली ने अक्षर के हाथों में गेंद सौंपी. उन्होंने आते ही गेंदबाजी का कमाल दिखाते हुए जॉनी बेयरस्टो का विकेट चटका लिया. इसके बाद बाएं हाथ के स्पिनर ने पहली पारी में इंग्लैंड के तीन विकेट आर्म बॉल की मदद से एलबीडब्लयू आउट किया.
इतना ही नहीं उन्होंने इस मैच में अक्षर पटेल ने एक के बाद एक विकेट लेते हुए 38 रन देकर 6 विकेट चटकाए. इस दौरान उनका औसत 38 रन दिए.
इससे पहले चेन्नई के चेपाक स्टेडियम में डेब्यू मैच में अक्षर ने अपने करियर का पहला फाइव विकेट हॉल लेते हुए मैच की दोनों पारियों में मिलाकर 7 विकेट चटकाए थे.
अक्षर पटेल ने खुलासा किया कि उन्होंने ये गेंदबाजी खुद ही सीखी थी और वेंकटपति राजू ने भी उनकी काफी मदद की थी. अक्षर पटेल ने बताया कि अपने करियर के शुरुआती दिनों में वो तेज गेंदबाज हुआ करते थे. नए बने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पहले दिन के खेल के बाद अक्षर पटेल ने अपने ऑर्म बॉल को लेकर बयान दिया.
“मैंने ऑर्म बॉल खुद से डालना सीखा है. इस गेंद में महारत हासिल करने के लिए मैंने एनसीए में वेंकटपति राजू सर के साथ काफी मेहनत की. अपने करियर के शुरुआती दिनों में मैं एक तेज गेंदबाज हुआ करता था. इसी वजह से मेरी गेंदबाजी थोड़ी तेज रहती है. इसलिए मुझे लगता है कि तेज गेंदबाजी का अनुभव होने की वजह से मुझे ऑर्म बॉल करने में काफी मदद मिली.”
इस मैच में कप्तान जो रूट ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया. लेकिन भारत के स्पिनर अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन की विकेटचटकाऊ गेंदबाजी के सामने इंग्लिश बल्लेबाज टिक नहीं सके और 112 के स्कोर पर ही सिमट गए.
पहले दिन के अंत पर भारत का स्कोर 99-3 रहा. क्रीज पर रोहित शर्मा (57) और अजिंक्य रहाणे (1) क्रीज पर टिके हुए हैं.