भारत के साथ इंग्लैंड ने पांच मैचों की टी20आई सीरीज खेली. मगर इस सीरीज में जहां एक तरफ विराट कोहली ने भारतीय टीम में सभी मैचों में प्लेइंग इलेवन में एक्सपेरिमेंट किए, तो वहीं इंग्लिश टीम ने कोई एक्सपैरिमेंट नहीं किया. जिसे देखकर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने टीम की आलोचना करते हुए कहा कि ये शर्म की बात है कि इंग्लैंड ने पूरी सीरीज में कोई एक्सपेरिमेंट नहीं किया.
सीरीज के आखिरी मैच में इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स नंबर-6 पर बल्लेबाजी करने आए, जिसको लेकर क्रिकेट पंडितों का मानना है कि ये इंग्लैंड के लिए अच्छा नहीं रहा. इंग्लैंड के मध्य क्रम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, क्योंकि वह टॉप ऑर्डर के बनाए गए रन को गति पूर्वक आगे नहीं ले जा सके.
दूसरी ओर, विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने अपने प्लेइंग इलेवन में काफई एक्सपेरिमेंट किए. ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव को डेब्यू का मौका मिला, विराट कोहली ने ओपनिंग की, गेंदबाजी यूनिट के साथ भी एक्सपेरिमेंट किए. ये सीरीज टी20 विश्व कप के लिहगाज से काफी अहम थीय
माइकल वॉन ने टेलीग्राफ डॉट यूके में लिखा- “यह शर्म की बात है कि इंग्लैंड ने अन्य खिलाड़ियों को मौका देकर इस सीरीज में कोई एक्सपेरिमेंट नहीं किया. उन्होंने बाएं हाथ के बल्लेबाजों को फिनिशिंग पोजिशन पर हावी होने के लिए छोड़ दिया और उसी तरह से लंबे समय तक गेंदबाजी भी की. उनकी गेंदबाजी जोफ्रा आर्चर दुनिया के साथ अच्छी है. लेकिन चिंता की बात यह है कि वे एक ही चाल के साथ गए.”
इस बीच, हार्दिक पांड्या ने अंतिम टी20 आई मैच में 17 गेंदों में 39 रन बनाए और फिनिशिंग टच दिया, जिससे टीम को 224 रनों के बराबर स्कोर बनाने में मदद मिली. वॉन का मानना है कि इंग्लैंड के गेंदबाज़ पूर्वानुमान लगाने वाले थे और इस तरह पांड्या फायदा उठा सकते थे.
उन्होंने कहा, “उन्हें आंकड़ों पर अधिक निर्भर नहीं होने के लिए सावधान रहना होगा, जिससे पता चलता है कि स्टंप्स के ऊपर से जल्दी से गेंदबाजी करना एक रास्ता है. उदाहरण के लिए, अगर आप चेस्ट व कंधों की लेंथ पर गेंदबाजी करते हैं, तो हार्दिक पंड्या का स्ट्राइक रेट नीचे आता है. लेकिन वह अच्छा खिलाड़ी है और वह जानता है कि क्या आ रहा है. वह बस सेट हुआ और बैक फुट से खेल गया. वह इंग्लैंड को हावी होने का मौका नहीं दे रहा था.”
वॉन को लगता है कि इंग्लैंड को खेल की परिस्थितियों और विपक्ष की ताकत और कमजोरियों के अनुसार लचीला और अनुकूल होना चाहिए.
अब भारत और इंग्लैंड के बीच एकदिवसीय सीरीज का पहला मुकाबला 23 मार्च को पुणे में खेला जाएगा. ये मैच बंद दरवाजों के पीछे खेला जाएगा.