भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑफ स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन के लिए चेन्नई टेस्ट कि दूसरी पारी एकदम खास रही. अश्विन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड के छह खिलाड़ियों को आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया. ये बात किसी से छिपी नहीं है कि उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में अश्विन विपक्षी टीमों के लिए एक बड़ा खतरा रहे हैं. अश्विन ने एक बार फिर से इस बात को सच कर दिखाया और 28वीं बार एक टेस्ट की पारी में पांच या उससे अधिक विकेट लेने में सफल रहे.
एशियाई मैदानों पर ये 26वां मौका रहा, जब अश्विन ने पांच विकेट हॉल बनाया हो, वहीँ भारतीय सरजमीं पर वो ये कारनामा 22वीं बार करने में सफल रहे. अश्विन ने दूसरी पारी में 6-61 के आंकड़े के साथ इंग्लैंड को 200 से भी कम के स्कोर पर समेटने में एक बड़ी भूमिका निभाई. भारत में 22वीं बार एक पारी में पांच विकेट लेने के साथ ही उन्होंने इंग्लैंड के दिग्गज जेम्स एंडरसन के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली.
जेम्स एंडरसन ने भी अपने घरेलू मैदानों पर 22 बार एक पारी में पांच या उससे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है. वहीँ इन दोनों दिग्गजों के आगे पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले (25), रंगना हेराथ (26) और टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले मुथैया मुरलीधरन (45) जैसे गेंदबाजों के नाम आते हैं.
इसमें कोई संदेह नहीं है कि अश्विन बहुत ही जल्द कुंबले और हेराथ के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगे. मगर ये देखना बहुत ही मजेदार रहेगा कि क्या अश्विन मुरलीधरन के आस पास भी पहुंच पाते हैं या नहीं.
आप सभी कि, जानकारी के लिए बता दे कि अश्विन टेस्ट क्रिकेट के इतिहाs के पहले ऐसे स्पिन गेंदबाज बने है जिन्होंने पारी की पहली गेंद पर विकेट लिया हो. अश्विन ने दूसरी पारी में इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स को आउट कर ये बड़ी उपलब्धि हासिल की.
कमर में दर्द के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टेस्ट से बाहर रहे अश्विन से उसके बारे में पूछने पर उन्होंने कहा,‘लोग काफी रोचक विश्लेषण करते हैं कि क्या होगा और क्या नहीं लेकिन एक क्रिकेटर के जेहन में यह बात सबसे आखिरी होती है.
चौथे दिन के बाद अश्विन ने अपने बयान में कहा, ‘‘रोज 40 से 45 ओवर डालना और फिर नेट्स पर जाना मेरी क्रिकेट दिनचर्या का हिस्सा है. गेंदबाजी में मुझे इतनी खुशी मिलती है कि कई बार शरीर साथ नहीं देता तो भी मैं गेंदबाजी करता रहता हूं. मुझे इससे इतना प्यार है. मैं अभी भी जा रहा हूँ लेकिन मैं अपनी कला से कितना प्यार करता हूं. मुझे लगता है कि मैं जब तक सोचता हूं, गेंदबाजी करता रहूंगा.’’
अश्विन ने अभी तक खेले 75 टेस्ट मैचों में 25.47 की औसत के साथ 386 विकेट लिए हैं. इंग्लैंड के खिलाफ बचे हुए तीन टेस्ट मैचों मे अगर वो सिर्फ 14 विकेट लेने में सफल रहे तो अपने 400 विकेट के करिश्माई आंकड़े को भी हासिल कर लेंगे.