इंग्लैंड के पूर्व स्टाइलिश बल्लेबाज केविन पीटरसन का ऐसा मानना है कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम में तीसरे टेस्ट मैच में विकेट पर कुछ भी खतरनाक नहीं था. बता दे कि, भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया तीसरा टेस्ट मात्र दो दिन के अंदर समाप्त हो गया था, क्योंकि पिच से स्पिन गेंदबाजों को बहुत अधिक मदद मिल रही थी जिसके चलते बल्लेबाजों के लिए स्पिन गेंदबाजी का सामना करना बहुत कठिन हो रहा था.
पीटरसन के अनुसार अगर दोनों टीमें बेहतर बल्लेबाजी करती तो ये मुकाबला जरुर तीसरे दिन तक जा सकता था. बता दे कि, पिंक बॉल टेस्ट के पहले दिन कुल 13 विकेट गिरे थे, जबकि दूसरे दिन कुल 17 विकेट गिर थे. दोनों टीमों कि ओर से किसी भी बल्लेबाज ने विकेट पर खड़े रहने का साहस नहीं दिखाया और सभी ने लचर शॉट्स खेले.
पूरे टेस्ट मैच में मात्र जैक क्राउली और रोहित शर्मा के बल्लों से अर्धशतक देखने को मिले. मैच में अक्षर पटेल ने दोनों पारियों में कुल मिलाकर 11 विकेट अपनी झोली में डालें. वहीं रविचंद्रन अश्विन के खाते में सात विकेट आए. इतना ही नहीं इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने भी सभी को हैरान करते हुए एक पारी में पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया. रूट ने मात्र आठ रन खर्च करते हुए पांच विकेट अपने नाम किए.
पीटरसन ने अपने इंस्टाग्राम वीडियो पर कहा, ‘’यह कहने जा रहा हूं कि बल्लेबाजी दोनों टीमों की ओर से भयानक और भयानक थी. मुझे लगता है कि अगर वे खुद के प्रति ईमानदार हैं, तो वे स्वीकार करेंगे कि उन्होंने खराब बल्लेबाजी की है. 30 में से 21 विकेट सीधी गेंदों पर आए, विकेट पर कुछ भी खतरनाक नहीं था, बस बेहतर बल्लेबाजी की जरूरत थी. बेहतर बल्लेबाजी के साथ, यह दिन तीन या शायद चार दिन तक चला जाता.’’
ये बात तो टीम इंडिया के कप्तान ने भी स्वीकारी थी कि इस विकेट पर दोनों हो टीमों के बल्लेबाजों ने बेहद ही निराशाजनक बल्लेबाजी की. पिंक बॉल टेस्ट मात्र दो दिन तक चला और दोनों दिन कुल मिलाकर 140.2 ओवर का खेल देखने को मिला और पूरे मैच में सिर्फ 387 रन देखने को मिले. वास्तव में, बल्लेबाज इस पिच पर बल्लेबाजी करने के लिए मानसिक रूप से तैयार ही नहीं थे. बता दे कि, 1932 कस बाद से ये पहला मौका रहा, जब इंग्लैंड दो दिनों के खेल के अंदर टेस्ट मैच हार गया हो.
डे नाइट टेस्ट मैच की पहली पारी मे इंग्लैंड टॉस जीतने के बाद 112 रन बना सकी थी और भारत इसके जवाब में 145 रन ही बना सका था. दूसरी पारी में भी इंग्लैंड का बुरा हाल नजर आया और वो 81 पर सिमट गई. इसके साथ ही टीम इंडिया को 49 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे टीम ने बिना कोई विकेट खोए हासिल कर लिया.
भारत और इंग्लैंड के बीच अंतिम टेस्ट मैच गुरूवार, 4 मार्च से अहमादाबाद के इस मैदान नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर ही खेला जाएगा.