भारतीय टीम के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने अपने टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट पूरे कर लिए हैं. इशांत ये कारनामा करने वाले भारत के तीसरे तेज गेंदबाज बन गए हैं. सोमवार को इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन इशांत ने डेनियल लॉरेन्स के रूप में अपना 300वां विकेट लिया.
इशांत शर्मा से पहले भारत के लिए तेज गेंदबाज कपिल देव व जहीर खान ने अपने टेस्ट करियर में 300 विकेटों का आंकड़ा छुआ. कपिल देव ने 131 मैच में 434 विकेट लिए, जबकि जहीर खान ने 92 मैचों में 311 विकेट लिए हैं.
भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की बात करें तो अनिल कुंबले (619), कपिल देव (434), हरभजन सिंह (417), रविचंद्रन अश्विन (382*) और जहीर खान ने 311 विकेट लिए हैं.
तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. अपने पहले टेस्ट मैच में उन्होंने 1 विकेट हासिल किया था. इस पेसर का क्रिकेट करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. इशांत पहले तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते थे. लेकिन 2016 में उन्हें सीमित ओवर टीम से ड्रॉप कर दिया गया.
इसके बाद वह प्रॉपर टेस्ट बॉलर बन गए और पिछले दो सालों में इशांत शर्मा ने अपनी तेज गेंदबाजी से कई मैच भारत को जिताए हैं. भारत के इस अनुभवी तेज गेंदबाज ने अब तक भारत के लिए 98 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 300 विकेट पूरे किए हैं. इस दौरान उन्होंने 11 बार फाइव विकेट हॉल लिया हैं.
इशांत शर्मा ने अपने करियर की बात करते हुए चौथे दिन के खेल के खत्म होने के बाद कहा, “यह अब तक का एक रोलरकोस्टर जैसा रहा है. मुझे बहुत मज़ा आया मेरे जीवन में मेरे बहुत से गुरु थे जिन्होंने मुझे सिखाया है कि कॉन्टिनेंट में कैसे गेंदबाजी करनी है और मुझे किस तरह की लंबाई में गेंदबाजी करनी है.”
शर्मा ने पहले टेस्ट मैच में कुल 35 ओवर फेंके और यह उनके लिए आसान नहीं था क्योंकि वह लंबे समय के बाद टेस्ट क्रिकेट से दूर थे. कंधे की चोट के चलते वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं जा पाए थे. जिसके बाद उन्होंने दिल्ली के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में गेंदबाजी की. पेसर ने स्वीकार किया कि वह दिन के अंत के बाद थक गया था.
“थोड़ी परेशानी महसूस हो रही है, बस घरेलू में चार ओवर के टी20 मैच खेले, और वापस आकर सीधे 35 ओवर फेंके.”