भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला पांच फरवरी से चेन्नई में खेला जाएगा. हर कोई इस बात से वाकिफ है कि चेन्नई के विकेट पर स्पिन गेंदबाजों के लिए मदद रहती है, जो बल्लेबाजों के लिए फायदेमंद साबित होती है. मगर अब सीरीज के आगाज से पहले इंग्लैंड क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने भारत को खुली चुनौती दी है.
भारतीय विकेट पर स्पिन गेंदबाजों के लिए मदद रहता है और यदि आप मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम पर गौर करें, तो टीम में क्वालिटी स्पिनर्स मौजूद हैं. रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल हैं। ये चारों ही भारतीय धरती पर बल्लेबाजों को तंग करने में कारगर हैं. मगर फिर भी जोफ्रा आर्चर को लगता है कि भारतीय टीम, इंग्लैंड को स्पिन गेंदबाजी में नहीं हरा पाएगी.
जैक लीच, डॉम बैस, मोईन अली के रूप में तीन स्पिनर्स हैं. जोफ्रा आर्चर 2017 से आईपीएल का हिस्सा हैं और वह इस वक्त राजस्थान रॉयल्स की टीम का अहम हिस्सा हैं. मगर सीरीज से पहले इस पेसर ने ये माना है कि उन्हें भारत में सफेद गेंद क्रिकेट खेलने का तो एक्सपीरियंस है, मगर सफेद बॉल का खेल बिल्कुल अलग होता है, जिसका अनुभव उनके पास नहीं है.
डेली मेल में आर्चर ने अपने एक कॉलम में लिखा, “मैंने यहां इंडियन प्रीमियर लीग में बहुत सारे मैच खेले हैं लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट का कोई अनुभव नहीं हैं, इसलिए लाल गेंद से गेंदबाजी करने की चुनौतियां स्पष्ट हो जाएंगी. आईपीएल में बल्लेबाजों को आपके पास आना होता है, जबकि टेस्ट क्रिकेट में वे चाहे तो आपको पूरे सेशन के लिए बैठा सकते हैं. यदि पिच डेड है तो आप इसके बारे में कुछ भी नहीं कर सकते हैं. तो हम अच्छे विकेट उम्मीद करते हैं ताकि गेंदबाजों को कुछ गति मिल सके.”
इंग्लैंड के स्क्वाड में जैक लीग, मोईन अली, डोम बेस के रूप में तीन स्पिन गेंदबाज मौजूद हैं. मोईन अली के अलावा दो स्पिनरों के पास भारत में खेलने का अनुभव नहीं है. आर्चर ने कहा कि यहां तक कुछ टर्न भी हो तो मैच एकतरफा नहीं होंगे. हमारे पास भी अच्छे स्पिनर हैं और भारत हमें स्पिन गेंदबाजी में हरा नहीं पाएगा.
भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली यादगार टेस्ट सीरीज के बारे में बात करते हुए आर्चर ने कहा, ‘’उनकी 2-1 से मिली जीत इस बात का प्रमाण है कि किसी भी सर्वश्रेष्ठ टीम को हलके में नहीं लेना चाहिए. इस बार तो टीम के पास उनके कई सारे स्टार खिलाड़ी भी मौजूद नहीं थे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम ने सबसे ज्यादा इस बात से प्रभावित किया कि टीम के लिए हर एक खिलाड़ी ने प्रदर्शन करके दिखाया.’’
बता दे कि, आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के हिसाब से भारत और इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज काफी अहम होने वाली है. मेहमान टीम अगर भारत को 3-0 या 4-0 से हराने में सफल रही तो सीधे-सीधे टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह बना लेगी.
दोनों टीमों के बीच पहला टेस्ट मैच 5 फरवरी से चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला जाएगा.