भारत के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना है कि अजिंक्य रहाणे को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से बाहर किया जा सकता है क्योंकि श्रेयस अय्यर कानपुर में अपने पहले टेस्ट में मौका हासिल करने में सक्षम थे. अय्यर ने अपनी पहली टेस्ट पारी में 105 रन बनाए और डेब्यू पर शतक बनाने वाले 16वें भारतीय खिलाड़ी बन गए.
इसके बाद, अय्यर ने दूसरी पारी में 65 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली और अपने पहले टेस्ट मैच में शतक और अर्धशतक बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने.
दूसरी ओर, अजिंक्य रहाणे अपने खराब फॉर्म से जूंझते रहे क्योंकि उन्होंने प्रत्येक पारी में 35 और चार रन बनाए और एक बार फिर वह टीम के स्कोरबोर्ड को बढ़ाने में योगदान नहीं दे सके. रहाणे ने 2020 के बाद से अपनी पिछली 29 टेस्ट पारियों में 24.12 की औसत से 683 रन बनाए हैं और आगे बढ़ने के लिए संघर्ष किया है. इस प्रकार, रहाणे को दूसरे टेस्ट मैच में टीम की प्लेइंग इलेवन से बाहर किया जा सकता है क्योंकि पूर्णकालिक कप्तान विराट कोहली टीम में शामिल होंगे.
क्रिकबज्ज पर बातचीत के दौरान दिनेश कार्तिक ने कहा “श्रेयस अय्यर ने टीम में आकर जबरदस्त प्रदर्शन किया है और इसी वजह से मुझे लगता है कि दबाव निश्चित तौर पर रहाणे के ऊपर होगा. शायद रहाणे को ड्रॉप भी कर दिया जाए. साउथ अफ्रीका टूर पर भी ऐसा ही हुआ था जब रहाणे को ड्रॉप कर दिया गया था. अगर रहाणे को एक मैच के लिए ड्रॉप किया जाता है तो फिर इसमें कोई हर्ज नहीं है.”
कार्तिक ने कहा कि रहाणे को आउट करना अनुभवी बल्लेबाज के लिए बुरी बात नहीं होगी क्योंकि इससे उन पर से कुछ दबाव कम होगा.
“अय्यर ने इस मैच में भारतीय टीम को अकेले दम पर सुरक्षित स्थिति में पहुंचाया था. उन्होंने वाकई में बहुत ही कमाल का खेल दिखाया. बात ऐसी भी नहीं कि रहाणे ने पिछल एक या दो टेस्ट मैच में रन नहीं बनाया हो, अब बहुत ज्यादा लंबा वक्त हो चला है जब उनके बल्ले से रन नहीं आए. मुझे नहीं लगता उनको टीम से बाहर करना इतना बुरा फैसला भी नहीं कहा जाएगा.”
इस बीच, चेतेश्वर पुजारा ने भी टीम के लिए संघर्ष किया है. पुजारा लगातार बड़े रन बनाने में नाकाम रहे हैं और अपनी पिछली 40 टेस्ट पारियों में शतक नहीं बनाया है. कार्तिक ने कहा कि पुजारा पर भी दबाव है.
“मुझे लगता है कि इसी तरह का हाला (चेतेश्वर) पुजारा पर भी है. उसने लंबे समय में शतक नहीं बनाया है और 2020 की शुरुआत के बाद से, उनका औसत भी 20 के आसपास है. ये दो ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपना मानक बहुत ऊंचा बना रखा है. उन्हें पता होगा कि उन्होंने उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है.”
दूसरा टेस्ट मैच 3 दिसंबर से मुंबई में खेला जाएगा.