इंग्लैंड की टीम अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मिली हार के साथ सीरीज में 2-1 से पीछे हो गई है. एक ओर कई दिग्गज खिलाड़ी अहमदाबाद की पिच की आलोचना कर रहे हैं. तो वहीं इंग्लैंड के बल्लेबाजी कोच जोनाथन ट्रॉट का मानना है कि पिच को दोषी मानने से बेहतर है ये देखा जाए कि हम क्या बेहतर कर सकते हैं.
डे-नाइट टेस्ट मैच सिर्फ 2 दिन में ही खत्म हो गया. पिच पर दोनों ही टीमों के बल्लेबाज संघर्ष कर रहे थे. इंग्लैंड के जैक क्रॉली और भारत के रोहित शर्मा को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं बना पाया. यही कारण रहा कि ये मैच 2 दिन में ही खत्म हो गया.
टॉस जीतकर इंग्लैंड ने बल्लेबाजी का फैसला किया. पहली पारी में इंग्लैंड पहले सही स्थिति में था जब उनका स्कोर 74-2 था लेकिन फिर टीम ने सिर्फ 38 रनों के भीतर ही अपने 8 विकेट खो दिए और पहली पारी के बाद बोर्ड पर स्कोर के नाम पर सिर्फ 112 रन रहे.
दूसरी पारी में भी इंग्लैंड, भारत पर दबाव बनाने में नाकामायब रही और 81 के स्कोर पर ही ऑलआउट हो गई और भारत के सामने जीत के लिए सिर्फ 49 रनों का लक्ष्य था. जिसे भारतीय टीम के ओपनर्स ने हासिल करते हुए मैच को 10 विकेट से भारत की झोली में डाला.
पहली पारी में अक्षर पटेल ने 6 विकेट और दूसरी पार में 5 विकेट चटका. तो वहीं रविचंद्रन अश्विन ने पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 3 विकेट हासिल किए. ये मैच पूरी तरह से भारतीय स्पिनर्स के नाम रहा.
ट्रॉट ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि सभी के लिए यह कभी ना कभी खेलने के लिए आसान नहीं थी, बेशक काफी सूखी पिच थी और हमने भारत में ऐसा ही देखा है. हमने पहले इसका इस्तेमाल किया इसलिए हम अधिक रन बनाना पसंद करते और भारत को थोड़ा दबाव में डालते. हमने गेंदबाजी करते हुए देखा कि हम भी उन्हें कम स्कोर पर रोक सकते हैं.”
“दोष देने की जगह मैं हमेशा यह देखना चाहता हूं कि हम गौर करें कि हम क्या बेहतर कर सकते थे. अगर हम पहली पारी में 200 या 250 रन बना देते तो यह अलग मुकाबला होता. दूसरी पारी में बल्लेबाजी की मानसिकता बेहद अलग होती. इसलिए मुझे लगता है कि पिच को दोष देना अपना ही नुकसान करना है. हां, गेंद स्पिन हो रही थी और गेंद तेजी से भी आ रही थी लेकिन पिच दोनों टीमों के लिए समान थी. ये दो दिन में खत्म हो या कुछ और हो, आप हमेशा अच्छा क्रिकेट देखना चाहते हो और बल्ले एवं गेंद के बीच में अच्छा मुकाबला और स्पष्ट तौर पर इस सीरीज में गेंदबाजों का दबदबा रहा है इसलिए देखते हैं कि अंतिम टेस्ट में क्या होता है.”
इंग्लैंड को तीसरे टेस्ट मैच में करारी हार मिली है. इसलिए अब टीम चौथे मैच में आत्मसम्मान बचाने के लिए मैदान पर उतरेगी, ताकि वह मैच को जीतकर सीरीज को 2-2 से बराबर कर सके. इसके लिए टीम को बेहतर योजनाओं के साथ मैदान पर उतरने की जरुरत है.
सीरीज का चौथा और आखिरी टेस्ट मैच 4 मार्च से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा.
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