चेन्नई सुपर किंग्स के अनुभवी सलामी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस ने टीम के युवा सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ की तुलना भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली से की है. दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ने रविवार को अबू धाबी के मैदान पर किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ जीत के बाद गायकवाड़ की तुलना कोहली से की.
गायकवाड़ ने चेन्नई के लिए आखिरी के तीनों मैचों में अर्धशतक जमाया और टीम की जीत में एक अहम भूमिका भी निबाही. पंजाब के खिलाफ उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 49 गेंदों पर नाबाद 62 रन बनाए. अपनी इस शानदार पारी में उन्होंने छह चौके और एक छक्का भी जमाया. दाएं हाथ के बल्लेबाज ने आखिर के तीनों मैच में अपनी कमाल की बल्लेबाजी से दुनियाभर के क्रिकेट पंडितों को खासा प्रभावित किया.
वह बड़े शॉट खेलते समय भी अपना संतुलन बनाए रखते हैं और वह विराट कोहली की तरह अपनी टाइमिंग सही करने पर भी ध्यान देते हैं. महाराष्ट्र के 23 वर्षीय ओपनर ने यह साफतौर पर दर्शाया है कि उनको भविष्य के रूप में देखा जा सकता है.
चेन्नई के लिए भले ही आईपीएल-13 बहुत अच्छा ना रहा हो, लेकिन टीम ने सत्र से अलविदा लेने से पहले जो तीन मैच खेले, सभी ने एकतरफा अंदाज में जीत दर्ज की और तीनों मैचों में रुतुराज गायकवाड़ ने ‘मैन ऑफ द मैच’ का अवार्ड जीतकर आने नाम किया.
पंजाब के खिलाफ खेले गये मैच की बात करे तो टीम के सामने 154 रनों का लक्ष्य था और इसका पीछा करते हुए फाफ डु प्लेसिस और रुतुराज गायकवाड़ ने बेहतरीन 82 रनों की साझेदारी निभाई थी. इस साझेदारी के चलते सीएसके लिए जीत की राहे उर ज्यादा आसान हो गई. हालांकि फाफ अपना अर्धशतक बनाने से चूक गए और 48 के स्कोर पर आउट हुए. पूर्व दक्षिण अफ्रीका कप्तान स्कूप शॉट खेलने के प्रयास में आउट हुए.
मैच के बाद अपने बयान में उन्होंने कहा, ‘’स्कूप शॉट मैं अक्सर खेलने में सफल होता हूं लेकिन इस बार को लेकर मई काफी परेशान हूं कि इस बार मैं इसे नहीं खेल सका. लेकिन मुझे इस बात की खुशी है कि हमने जीत के साथ सीजन खत्म किया. गायकवाड़ युवा विराट की तरह दिखते है. दबाव की परिस्तिथि वाकई में उनके पास नहीं थी. एक युवा खिलाड़ी में इस तरह की चीज देखकर अच्छा लगता है और ये दर्शाता है कि उनका भविष्य काफी उज्वल होने वाला है. मुझे अभी भी मजा अ रहा हैं. मेरी बात की जाए तो मेरे अंदर अभी भी पांच साल का क्रिकेट बचा है.”
आईपीएल-13 में फाफ डु प्लेसिस चेन्नई के लिए सबसे अधिक रन बनाने में सफल रहे. 13 पारियों में उन्होंने 40.82 की शानदार औसत और 140.75 कस स्ट्राइक रेट से 449 रन बनाए. हालांकि सत्र की शुरुआत में उनको अपने जोड़ीदार से बढ़िया समर्थन नहीं मिला.
चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने खेले १४ मैचों में सिर्फ छह में जीत दर्ज की और आठ में टीम को हार का मुहं देखना पड़ा. धोनी की अगुवाई वाली सीएसकस अंक तालिका में 12 अंकों के साथ सातवें स्थान पर रही.