टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का ऐसा मानना है कि आरसीबी के कप्तान विराट कोहली को पिछले सत्रों के दौरान टीम के साथ ज्यादा सक्रिय होना चाहिए था. कोहली को साल 2013 कस आईपीएल सत्र के दौरान बैंगलोर का कप्तान बनाया गया था और अभी तक टीम ने उनकी कप्तानी में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है.
पिछले कुछ सालों की बात की जाए तो आरसीबी की टीम बल्लेबाजी में सिर्फ और सिर्फ विराट कोहली और एबी डिविलियर्स पर ही निर्भर नजर आई है. इस बार टीम ने अपने साथ ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवर के कप्तान आरोन फिंच को अपने साथ जोड़ा है. हालांकि टीम की गेंदबाजी अभी भी कमजोर नजर आती हैं. खासतौर पर टीम की गेंदबाजी डेथ ओवर में बहुत कमजोर रही है और इस बार भी टीम के पास कोई ऐसा गेंदबाज नहीं है जो अंतिम ओवर में कमाल का खेल दिखा सके.
इतिहास को उठाकर देखा जाए तो आरसीबी की टीम ने पिछले कुछ सालों में डेथ ओवर्स में काफी संघर्ष किया है और कई मौकों पर टीम को करीबी हार का मुहं भी देखना पड़ा. इस बार टीम के पास गेंदबाजों के रूप में क्रिस मोरिस, डेल स्टेन और उमेश यादव जैसे अनुभवी नाम मौजूद हैं.
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान कहा, ”सबसे पहली बात ये कि विराट कोहली 2016 से बैंगलोर के कप्तान हैं. इसलिए अगर पहले टीम में संतुलन नहीं था, तो कोहली को (टीम तैयार करने में) और ज्यादा शामिल होना चाहिए था.”
गंभीर को ऐसा लगता है कि आगामी सत्र में बैंगलोर को एक बड़ा फायदा देखने को मिल सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार टीम अपने घरेलू मैदान एम चिन्नास्वामी ओअर नहीं खेलेगी. वह मैदान काफी छोटा माना जाता है और गेंदबाजो की वहां जमकर पिटाई देखने को मिलती है.
दुबई अबू धाबी के मैदान बड़े मैदान हैं और वहां पर टीम के गेंदबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा. गौतम गंभीर की मानी जाए तो टीम के युवा गेंदबाज नवदीप सैनी और उमेश यादव विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को अपनी गति से परेशान कर सकते हैं.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर आईपीएल 2020 में अपने अभियान की शुरुआत 21 सितम्बर को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेले जाने वाले मैच से करेगी और यह मुकाबला दुबई के मैदान पर खेला जाएगा.