सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने अनुभवी व टी20 स्पेसलिस्ट बल्लेबाज मनीष पांडे को बेंच पर बैठा दिया है. सीजन के शुरुआती दो मैचों में पांडे अपनी टीम के लिए स्कोर करने में नाकामयाब रहे थे. जिसके बाद टीम मैनेजमेंट ने बेंच पर बैठा दिया. अब टीम के मुख्य कोच ट्रेवर बेलिस ने खुलासा किया है कि आखिर तीसरे मैच के बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया.
मनीष पांडे टी20 फॉर्मेट के मंझे हुए बल्लेबाज हैं. मगर वह इस बार आईपीएल में कुछ खास नहीं कर सके, जिसके चलते टीम को नुकसान उठाना पड़ा. बेलिस का कहना है कि चेन्नई की पिच पांडे की बल्लेबाजी के हिसाब का नहीं था. इसलिए चयनकर्ताओं ने उन्हें अंतिम एकादश से बाहर करने का फैसला किया.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ पांडे ने 39 गेंदों पर 38 रन बनाए और गलत वक्त पर विकेट गंवाया. इसके अलावा, राइट-हैंडर ने शुरुआती क्लैश में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 44 गेंदों में 61 रन बनाए और पारी के फेग एंड में गियर्स नहीं बदल सके. मगर चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उन्हें प्लेइंग इलेवन में वापसी का मौका मिला, जहां दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में उन्होंने 46 गेंदों पर 61 रन की पारी खेली थी.
अब ट्रेवर बेलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सवालों के एक जवाब में कहा, “हां, यह निश्चित रूप से चयनकर्ताओं का फैसला था. यह महसूस किया गया कि विकेट (चेपक) ने मनीष को गेंद को रोकने और स्पिन को खेलते हुए अच्छा नहीं पाया, लेकिन वह दिल्ली में उसी तरह की विकेट पर रन बनाने में सफल रहे और उन्होंने दिखाया कि वह कितने अच्छे खिलाड़ी हैं. उम्मीद है कि यहां से, अगर विकेट समान होंगे, तो हम जानते हैं कि वह किस प्रकार के खिलाड़ी हो सकते हैं.”
मनीष पांडे एक अनुभवी बल्लेबाज हैं. जिस तरह का खेल उन्होंने चेन्नई के खिलाफ प्रदर्शन किया है, जिसके बाद अब ये बल्लेबाज आगे भी इसी तरह से रन बनाते नजर आएंगे. पांडे के आने से हैदराबाद का मध्यक्रम अधिक मजबूत हुआ है, जिसमें उन्हें केन विलियमसन का साथ मिलेगा.
हैदराबाद की टीम ने अब तक आईपीएल के इस संस्करण में 6 में से सिर्फ 1 ही मैच जीता है और 5 मैचों में हार का सामना किया है. वह प्वॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे है. अब यदि टीम अगले मैच हारती है, तो उनका टूर्नामेंट में रहना मुश्किल हो जाएगा. डेविड वार्नर की कप्तानी वाली टीम 2 मई को दिल्ली मैदान पर राजस्थान रॉयल्स से भिड़ेंगी.