पंजाब किंग्स के साथ सोमवार को वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स को बेहद करीबी हार का सामना करना पड़ा. मैच गंवाने के बाद राजस्थान के नवनियुक्त कप्तान संजू सैमसन ने इस बात को स्वीकार किया है कि वह अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए और कुछ नहीं कर सकते थे.
संजू सैमसन ने पंजाब किंग्स के दिए 222 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए कमाल की पारी खेली और वह अपनी टीम को जीत के करीब तो ले गए, लेकिन जीत नहीं दिला पाए. सैमसन ने 63 गेंदों पर 119 रनों की पारी खेली. इसमें उन्होंने 7 छक्के व 12 चौके जड़े. मगर उनकी ये शतकीय पारी व्यर्थ गई, क्योंकि पंजाब ने आखिर में चार रनों से मैच में जीत दर्ज कर ली.
राजस्थान को इस मैच में अच्छी शुरुआत नहीं मिल सकी, क्योंकि ओपनिंग करने आए बेन स्टोक्स 0 और मनन वोहरा 12 रन पर आउट हो गए. लेकिन सैमसन अकेले के दम पर मैच को आखिर तक लेकर गए. लेकिन बदकिस्मती से उन्हें दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाजों का साथ नहीं मिल पाया. मगर जोस बटलर 25, शिवम दुबे 23, रियान पराग 25 रनों की कैमियों पारियां अहम रहीं.
आखिरी गेंद पर राजस्थान को जीतने के लिए 5 रनों की जरुरत थी, मगर सैमसन छक्का लगाने की कोशिश में आउट हो गए और पंजाब ने 4 रन से मैच जीत लिया. मैच खत्म होने के बाद सैमसन ने कहा कि इससे ज्यादा वह कुछ नहीं कर सकते थे.
सैमसन ने मैच के बाद की प्रस्तुति में कहा, “अपने अहसास को बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. अपनी टीम को जीत दिलाना पसंद करता. मुझे नहीं लगता कि मैं इससे बेहतर कुछ कर सकता था. मुझे लगा था कि मैंने छक्के के लिए गेंद को अच्छी तरह मारा है लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यह सब खेल का हिस्सा है. हमने सोचा था कि विकेट बेहतर हो रहा है और हम लक्ष्य हासिल कर सकते हैं. हार के बावजूद मैं कहूंगा कि टीम अच्छा खेली.”
सैमसन को उनकी धमाकेदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच से भी नवाजा गया. 26 वर्षीय ने आईपीएल के इतिहास में एक बेहतरीन पारी खेली और वह कप्तानी के डेब्यू वाले मैच में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं.
सैमसन का लक्ष्य अच्छा प्रदर्शन जारी रखना होगा और यह राजस्थान रॉयल्स के लिए अपने शुरुआती मैच में हारने के बावजूद काफी सकारात्मक रहा. मगर अगले मैच में बेन स्टोक्स, जोस बटलर जैसे अहम बल्लेबाजों से टीम को उम्मीद होगी.
सैमसन ने यह भी कहा कि वह अपनी दस्तक के दूसरे भाग में सर्वश्रेष्ठ थे जबकि उन्होंने शुरुआती चरण में गेंद को समय पर संघर्ष किया. पंजाब को जीत दिलाने के लिए बल्लेबाजों ने बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया ही, साथ ही साथ आखिरी ओवर में अर्शदीप ने 13 रन का सफलतापूर्वक बचाव करके 4 रन से अपनी टीम को जीत दिलाई.
15 अप्रैल को वानखेड़े स्टेडियम के उसी मैदान पर आरआर का सामना दिल्ली कैपिटल्स के साथ खेला जाएगा.