पंजाब किंग्स के कप्तान केएल राहुल पिछले सीज़न में अपने निचले स्तर के स्ट्राइक रेट के लिए संदेह के घेरे में आ गए थे और राहुल ने कहा था कि स्ट्राइक रेट कम होने के कारण उन्होंने अपने बल्लेबाजी के दृष्टिकोण का बचाव किया. इसी तरह, कोलकाता नाइट राइडर्स के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने भी यही बयान दिया है क्योंकि उनका मानना है कि स्ट्राइक रेट्स ओवररेटेड हैं.
शुभमन गिलन ने पिछले आईपीएल सीजन में 117.96 की स्ट्राइक रेट से 440 रन बनाए थे. गिल का मानना है कि स्ट्राइक रेट बल्लेबाज को मैच की परिस्थितियों के अनुसार रखनी जरुरी है. 21 वर्षीय प्रतिभाशाली बल्लेबाज ने कहा कि अगर टीम उनकी मांग करती है तो बल्लेबाज 200 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करने में सक्षम होना चाहिए जबकि वही बल्लेबाज 100 पर स्ट्राइक देने में सक्षम होना चाहिए, अगर स्थिति एक शांत दृष्टिकोण की मांग करती है.
केकेआर पिछले आईपीएल सीजन में अपनी परफेक्ट ओपनिंग जोड़ी तलाशती नजर आई थी. जहां, गिल ने सुनील नारायण और राहुल त्रिपाठी के साथ मिलकर पारी का आगाज किया था.
यह युवा अपने धीमे स्ट्राइक रेट की वजह से भले ही अभी टीम की सफेद गेंद की योजना में शामिल नहीं हो, लेकिन यह चीज उनके लिए चिंता का विषय नहीं है. कोलकाता नाइट राइडर्स के स्टार बल्लेबाज ने आगामी इंडियन प्रीमियर लीग से पहले पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि स्ट्राइक रेट को एक तरह से बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जाता है.’’
‘‘आप किसी स्थिति में खुद को किस तरह से ढालते हो, यह अहम होता है. अगर टीम आपसे 200 के स्ट्राइक रेट से खेलने की उम्मीद करती है तो आपको ऐसा करने योग्य होना चाहिए. अगर टीम आपसे 100 के स्ट्राइक रेट से खेलने की मांग करती है तो आपको ऐसा करने में सक्षम होना चाहिए. यह सिर्फ मैच की परिस्थितियों के अनुरूप ढलने की बात है.’’
‘‘आपके खेल में एक निश्चित ‘पैटर्न’ नहीं होना चाहिए कि आप केवल एक ही तरह से खेल पाते हो और विभिन्न परिस्थितियों के हिसाब से सांमजस्य नहीं बिठा पाते.’’
ऑस्ट्रेलिया में शानदार टेस्ट पदार्पण के बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में वह इतना अच्छा नहीं कर सके और सात पारियों में केवल एक अर्धशतक ही जमा सके. मगर इससे बल्लेबाज की काबिलियत पर सवाल नहीं उठाए जा सकते हैं.
दूसरी ओर, गिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की क्योंकि उन्होंने 51.8 के शानदार औसत से खेले गए तीन टेस्ट मैचों में 259 रन बनाए. तेजतर्रार बल्लेबाज ने ब्रिस्बेन में अंतिम टेस्ट मैच में भी 91 रन बनाए और भारत की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई थी.
बल्लेबाज को लगता है कि सफेद गेंद के खेल के समय की कमी का उस पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि उसके पास तैयारी करने का अच्छा समय है..
‘‘मुझे लगता है कि इससे कुछ असर नहीं पड़ेगा क्योंकि 11 अप्रैल को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ पहले मैच से पहले हमारे पास काफी दिन हैं.’’
कोलकाता नाइट राइडर्स 11 अप्रैल को चेन्नई के चेपाक स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपने आईपीएल 2021 अभियान की शुरुआत करेगी.
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