दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत ने खुलासा किया है कि उन्होंने रविवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ टॉम करन को आखिरी ओवर क्यों दिया. अंतिम ओवर में 13 रन की जरूरत थी और पंत ने कगिसो रबाडा के आगे इंग्लिश गेंदबाज का टॉम करन को गेंद सौंपने का फैसला किया.
करन ने अंतिम ओवर से पहले अपने 3 ओवरों में 16 रन दिए थे और दो विकेट भी लिए थे और इस तरह गेंद के साथ उनका दिन अच्छा चल रहा था, फिर पंत ने उनका समर्थन करने का फैसला किया. पहली गेंद पर मोइन अली को आउट करते ही इंग्लिश गेंदबाज ने अच्छी शुरुआत की.
हालांकि, दूसरी और तीसरी गेंद पर दो चौके लगाने वाले एमएस धोनी के खिलाफ करन अपनी गेंदबाजी को संतुलित नहीं रख पाए. करन ने इसके बाद एक वाइड फेंकी और चौथी गेंद पर भी इस अनुभवी बल्लेबाज द्वारा विजयी रन बनाने के लिए एक चौका लगाया.
वास्तव में, करन सीजन का केवल अपना तीसरा मैच खेल रहे थे और अधिकांश क्रिकेट पंडितों को लगता है कि यदि पंत कगीसो रबाडा से आखिरी ओवर में गेंदबाजी कराते, तो ये एक समझदारी वाला फैसला होता.
रबाडा ने अपने तीन ओवरों में केवल 23 रन दिए और अपने पहले ओवर में 14 रन देने के बाद अच्छी गेंदबाजी की थी. प्रोटियाज तेज गेंदबाज ने मौजूदा सीजन के 14 मैचों में 13 विकेट लिए हैं और उन्होंने 8.32 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की है.
ऋषभ पंत ने मैच के बाद की प्रस्तुति में कहा, “बेशक, यह काफी निराशाजनक रहा और मेरे पास शब्द नहीं हैं कि मैं यह बता सकूं कि मुझे कैसा लग रहा है. मुझे लगा कि पूरे मैच में टॉम करन ने शानदार गेंदबाजी की थी, आखिरी ओवर में दुर्भाग्य से उन्होंने रन खर्च डाले. मुझे लगता है कि किसी गेंदबाज का अगर दिन अच्छा हो तो उसे लास्ट ओवर में इस्तेमाल करना अच्छा ऑप्शन होता है. मुझे लगता है कि हमारा स्कोर ठीक था लेकिन चेन्नई की टीम ने शानदार शुरुआत की और यही असली अंतर रहा. हम अपनी गलतियों को ठीक करेंगे. उनसे सीखेंगे और उम्मीद करते हैं कि हम फाइनल में खेलेंगे.”
इस बीच, ऋषभ पंत अपने कप्तानी करियर में अभी भी युवा हैं और उनसे अनुभव के साथ सीखने की उम्मीद की जाती है. दिल्ली कैपिटल्स का सामना अब दूसरे क्वालीफायर में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच होने वाले एलिमिनेटर मैच के विजेता से होगा.