मुंबई इंडियंस के कार्यवाहक कप्तान कीरोन पोलार्ड ने स्वीकार किया कि उन्होंने रविवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ खेले गए मुकाबले में अंतिम ओवरों में बहुत अधिक रन दिए. एमएस धोनी के टॉस जीतने और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने के बाद मुंबई ने चेन्नई को 24-4 के स्कोर पर रखा था.
ट्रेंट बोल्ट और फार्म में चल रहे एडम मिल्ने पावरप्ले के ओवरों में विकेट चटकाऊ गेंदबाजी करने में सफल रहे. ऋतुराज गायकवाड़ एक छोर पर लगातार डटे रहे, जब वह 19 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब मुंबई के हाथों उनका कैच छूट गया था, जो टीम को काफी ज्यादा महंगा पड़ा. गायकवाड़ ने खुद को क्रीज पर सेट किया और फिर उन्होंने गियर बदला और मुंबई के गेंदबाजों के सामने आसानी से रन बनाते दिखे.
चेन्नई अंतिम पांच ओवरों में 69 रन बनाए क्योंकि गायकवाड़ और ब्रावो ने आक्रमण को विपक्ष पर ले लिया. गायकवाड़ ने 58 गेंदों में 9 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 88 रन बनाए जबकि ब्रावो ने महज 8 गेंदों पर 23 रन की तेज पारी खेली. इस प्रकार, चेन्नई ने 156 रनों का फाइटिंग स्कोर पोस्ट किया, जो एक समय बनाना काफी मुश्किल लग रहा था.
क्रुणाल पांड्या को गायकवाड़ ने निशाना बनाया क्योंकि बाएं हाथ के स्पिनर ने अपने दो ओवरों में 27 रन दिए.
दूसरी ओर, मुंबई इंडियंस को अपने रन-चेज में कोई गति नहीं मिली क्योंकि वे नियमित अंतराल पर विकेट खोते रहे. सौरभ तिवारी ने अर्धशतक बनाया लेकिन सेटल होने के बावजूद वह गियर नहीं बदल पाए.
कीरोन पोलार्ड ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन में बात करते हुए कहा, “हमें पार्टनरशिप बनाने की जरूर थी. आप चीजों को अलग तरीके से कर सकते हैं. 20 रन से हारकर मुझे लगता है कि यही अंतर है. अंत में हमने बतौर गेंदबाजी यूनिट काफी रन दिए. उनके बल्लेबाजों ने अपनी लय को जारी रखने की कोशिश की, जबकि हमने ऐसा नहीं किया. पावरप्ले में कई विकेट गंवाने की उनकी गलती से हम सीख सकते थे. हमारी बल्लेबाजी में गहराई की जरूरत थी. हमारे पास कुछ विकेट आसानी से गंवा दिए. हम इस स्तर पर ऐसा नहीं होने दे सकते, लेकिन हमारे पास अभी भी 6 गेम बाकी हैं.“
मुंबई इंडियंस अपनी डेथ बॉलिंग में रनों को नहीं रोक सके और चेन्नई के बल्लेबाज इसका फायदा उठाने में सफल रहे. मुंबई का अगला मुकाबला 23 सितंबर को अबू धाबी में केकेआर से होगा.