पूर्व भारतीय क्रिकेटर व जाने-माने कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने उन 4 खिलाड़ियों का नाम चुना है, जिसे मुंबई इंडियंस को आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी से पहले रिटेन करना चाहिए. मैगा ऑक्शन से पहले यह बताया गया है कि सभी आठ फ्रेंचाइजी 4 खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं, जिसमें दो खिलाड़ी भारतीय हो सकते हैं जबकि दो विदेशी हो सकते हैं. इसके अलावा, तीन भारतीय खिलाड़ियों और एक विदेशी खिलाड़ी का संयोजन भी हो सकता है.
चोपड़ा को लगता है कि 5 बार की आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाली फ्रेंचाइजी निश्चित रूप से अपने कप्तान रोहित शर्मा को बरकरार रखना चाहेगी, जिन्होंने मुंबई इंडियंस को इस स्तर तक पहुंचा है. रोहित आईपीएल के सबसे सफल कप्तान हैं क्योंकि उन्होंने मुंबई इंडियंस को पांच खिताब दिलाए हैं. इतना ही नहीं वह बल्ले के साथ भी टीम के लिए मैच जिताऊ प्लेयर हैं.
चोपड़ा को लगता है कि मौजूदा चैंपियन जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ियों को रिटेन करना चाहेगी. बुमराह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ डेथ ओवर गेंदबाजों में से एक हैं और वह लगातार एमआई के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. दूसरी ओर हार्दिक पांड्या हैं, जो गेंद व बल्ले दोनों से ही मुंबई के लिए मैच जिताऊ प्रदर्शन करते हैं.
हालांकि, खिलाड़ी खुद को नीलामी के दायरे में रख सकते हैं और चोपड़ा को लगता है कि बुमराह और पांड्या 7 करोड़ रुपये से खुश नहीं हो सकते हैं, जो तीसरे रिटेन किए गए खिलाड़ी को दिया जाएगा.
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “मुंबई इंडियंस का ख्याल मेरे दिमाग में सबसे पहले आया है. मुझे लगता है कि मुंबई रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या के रूप में तीन भारतीय खिलाड़ियों को हंड्रेड परसेंट रिटेन करना चाहेगी. ”
“रोहित का पहला रिटेंशन होगा, लेकिन दूसरा और तीसरा हार्दिक या बुमराह होंगे, जिन्हें सिर्फ सात करोड़ से संतुष्ट होना पड़ेगा. यह एक मुद्दा है.”
दूसरी ओर, चोपड़ा ने कहा कि मुंबई इंडियंस कीरोन पोलार्ड को विदेशी खिलाड़ियों के रूप में बनाए रखना चाहेगी. पोलार्ड आईपीएल के सबसे सफल ऑलराउंडरों में से एक हैं और फ्रेंचाइजी के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं.
“मुझे लगता है कि मुंबई की टीम शुरुआत में पोलार्ड को रिटेन करने का प्रयास करेगी. कैरेबियाई खिलाड़ी टीम का चौथा रिटेंशन होगा.”
यह हमेशा देखा गया है कि मुंबई इंडियंस आईपीएल की नीलामी में अच्छी तरह से तैयार होती है और यही वजह है कि उन्होंने ऐसे युवा टैलेंट को शुरुआत में मौका दिया, जो आज भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसके लिए श्रेय उनकी स्काउटिंग टीम को जाता है.