भारत के कार्यवाहक कप्तान शिखर धवन को लगता है कि आईपीएल में खेलने से युवा भारतीय खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ रहा है, जहां उन्हें कारोबार में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ और खिलाफ खेलने का मौका मिलता है. श्रीलंका के साथ खेले गए पहले वनडे मैच में भी भारत के युवा प्रतिभा ने सभी को हैरान किया, जहां भारत ने 7 विकेट से श्रीलंका को मात दी.
दासुन शनाका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, जिसके बाद भारतीय गेंदबाज श्रीलंका को 262-9 के अंडर-बराबर स्कोर तक सीमित रखने में सक्षम थे. दीपक चाहर, युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव दो-दो विकेट लेने में सफल रहे क्योंकि श्रीलंका का कोई भी बल्लेबाज 50 रन का आंकड़ा पार नहीं कर पाया.
भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया क्योंकि वे 7 विकेट और 80 गेंद रहते हुए ही लक्ष्य का पीछा करने में सफल रहे. पृथ्वी शॉ ने 24 गेंदों पर 43 रनों की तूफानी पारी खेली, जबकि ईशान किशन ने 42 गेंदों में 59 रन बनाकर शानदार वनडे डेब्यू किया. शिखर धवन ने 86 रनों की नाबाद पारी खेलकर युवाओं को उनका स्वभाविक खेल खेलने का मौका दिया.
शिखर धवन ने मैच के बाद की प्रस्तुति में कहा, “इन युवा खिलाड़ियों के टीम में आने से टीम को नई ताकत मिली है. जिस तरह से ये युवा लड़के आईपीएल में खेलते हैं, इससे इन्हें बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म मिला है. उनके आत्मविश्वास का स्तर बहुत ऊंचा है. दूसरे छोर पर खड़े होकर पृथ्वी और ईशान को बल्लेबाजी करते हुए देखकर अच्छा लगा. असल में मैं उन्हें ध्यान से खेलने के लिए कह रहा था. उन्होंने शुरुआती 15 ओवर में ही मैच हमारे पक्ष में कर दिया था. हमारे सभी खिलाड़ी काफी मैच्योर और आक्रामक हैं. मैंने इसके बारे में सोचा (उनका शतक) लेकिन ज्यादा रन नहीं बचे थे. इसलिए फोकस नॉट आउट रहने पर था. यहां तक कि जब सूर्या ने आकर बैटिंग की तो यह इतना आसान लग रहा था. मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद मुझे अपनी टेक्निक में सुधार करना होगा.”
भारतीय टीम ने अपनी गहराई दिखाई है और युवा खिलाड़ी शीर्ष स्तर पर अपने मौकों का फायदा उठा रहे हैं, जो टीम के लिए एक अच्छे संकेत हैं. दूसरा वनडे मंगलवार को इसी मैदान पर खेला जाएगा.