पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के उसी फॉर्मेट को जारी रखने के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के फैसले पर सवाल उठाया है. ICC ने FTP 2024-2031 जारी किया जिसमें उन्होंने तय किया कि WTC हर दो साल पर खेला जाया करेगा.
हालांकि, आईसीसी ने उन कमियों को नहीं सुधारा, जो चल रहे 2019-21 चक्र में स्पष्ट तौर पर नजर आ रही थीं. बहुत सारे क्रिकेट पंडितों ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की स्कोरिंग प्रणाली पर सवाल उठाया था क्योंकि 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2 मैचों की सीरीज के समान अंक थे.
डब्ल्यूटीसी सीरीज में अधिकतम अंक 120 थे और इस प्रकार यह उन टीमों के लिए अनुचित था जिन्होंने 5 मैचों की सीरीज अधिक खेली थी क्योंकि ऐसे परिदृश्य में एक टेस्ट में जीत से टीम को 24 अंक मिलते थे जबकि दो मैचों की सीरीज में एक जीत से एक टीम को 60 अंक मिलते थी.
वास्तव में, चूंकि टीमें कोविड -19 के कारण अपने मैच पूरे नहीं कर पाई थीं, इसलिए आईसीसी ने स्कोरिंग प्रणाली को प्रतिशत अंकों में बदलने का फैसला किया. 2025, 2027, 2029 और 2031 में ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की मेजबानी की जाएगी
चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “विश्व टेस्ट चैंपियनशिप उसी आकार और रूप में जारी रहेगी. हर दूसरे साल आपको विश्व टेस्ट चैंपियन देखने को मिलेगा. ऐसा लग रहा था कि यह एक असफल फॉर्मेट था, कि यह अच्छा नहीं चल रहा था लेकिन आईसीसी ने फैसला किया है कि वे इसे आगे जारी रखेंगे.”
“अभी के लिए यह कहा जा रहा है कि इतनी ही टीमें खेलेंगी और इतनी ही सीरीज, सभी में 6-6 सीरीज, जिसमें 3 घर पर और 3 विदेश में खेली जाएंगी. इसलिए, शायद खामियों को सुधारने का प्रयास नहीं किया गया है.”
वास्तव में, चोपड़ा ने संदेह जताया कि क्या डब्ल्यूटीसी के नए चक्र में प्रत्येक टीम की सीरीज में समान संख्या में मैच होंगे.
चोपड़ा ने कहा, “क्या 6 सीरीज में कम से कम इतने ही मैच होंगे, मुझे अभी भी संदेह है. क्योंकि एशेज में पांच मैच होंगे, भारत-ऑस्ट्रेलिया 4 मैच होंगे और भारत-इंग्लैंड 5 मैच होंगे.”
“फिर भारत-बांग्लादेश और भारत-वेस्टइंडीज दो मैच रहेंगे. न्यूजीलैंड फिर से दो मैचों की सीरीज खेलेगा और फिर हम रोएंगे कि आप जो कर रहे हैं, वह उचित नहीं है. आपने इतने ही अंक दिए हैं. घर और बाहर जीतते हैं और आप केवल 6 सीरीज खेल रहे हैं जहां सभी टीमें एक-दूसरे के खिलाफ नहीं खेली हैं.”