भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने निराशाजनक गेंदबाजी की और उनके नाम एक भी विकेट नहीं रहा. अब भारत के पूर्व भारतीय घरेलू दिग्गज वसीम जाफर ने कहा है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जसप्रीत बुमराह को बिना विकेट के देखना निराशाजनक था.
इंग्लिश कंडीशंस में गेंदबाजी करने के लिए आदर्श लंबाई थोड़ी फुलर है लेकिन बुमराह सही क्षेत्रों में हिट करने में असफल रहे. दूसरी ओर, जसप्रीत बुमराह को दूसरी पारी में अच्छी गेंदबाजी नहीं कर सके. उन्हें एक भी विकेट नहीं मिल सका, क्योंकि उनके ओवरों में कीवी बल्लेबाज आसानी से रन भी निकालते दिखे.
बुमराह का दिन ही खराब था, क्योंकि एक बार उन्होंने रॉस टेलर को आउट करने का मौका बनाया था, लेकिन गेंद चेतेश्वर पुजारा के हाथों में नहीं आ सकी, क्योंकि पुजारा सेकेंड स्लिप पर खड़े थे और वह शॉट के लिए तैयार नहीं थे, जिसके चलते गेंद हाथ से छूट गई.
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हाल के दिनों में भारत का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहा है लेकिन वह टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके.
वसीम जाफर ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, “इशांत शर्मा के साथ-साथ मोहम्मद शमी भारतीय टीम के लिए गेंदबाजी में बेहद असरदार साबित हुए. रविचंद्रन अश्विन ने भी अच्छे से साथ निभाया लेकिन जसप्रीत बुमराह से एक भी विकेट नहीं मिलना काफी दुखद था और यही टीम इंडिया के लिए सबसे दुखद साबित हुआ. मैं यह नहीं कहूंगा कि बुमराह ने खराब गेंदबाजी की. बस उनका विकेट वाला कॉलम खाली ही रहा.”
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज जाफर ने कहा कि दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजी निराशाजनक रही. विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम दूसरी पारी में 170 रन पर ढेर हो गई और भारतीय टीम ने रिजर्व डे के शुरुआती सेशन में 3 विकेट गंवाए, जो खेल का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ.
“टीम इंडिया ने जिस तरह से दूसरी पारी में बल्लेबाजी की वो सच में निराशाजनक था. उनको थोड़ा और सकारात्मकता के साथ बल्लेबाजी करनी चाहिए थी. यहां अतिरिक्त जज्बा दिखाने की जरूरत थी. शायद 40 से 50 रन भारत को मैच में बचा सकते थे. अगर न्यूजीलैंड को थोड़ी और ज्यादा रनरेट से चेज करना पड़ता तो शायद गेम थोड़ा और दिलचस्प बन जाता. मेरी नजर में 170 रनो का लक्ष्य सही साबित होता. शायद पहले दिन की कंडीशन ही दिमाग में रही होगी.”
टेस्ट चैंपियनशिप में लय तलाश रहे बुमराह का लक्ष्य अब अच्छी तरह वापसी करना होगा क्योंकि वह एक क्वालिटी तेज गेंदबाज हैं. बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले कड़ी मेहनत व वापसी की कोशिश करेंगे.