न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने साउथेम्प्टन के रोज बॉउल में भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में 8 विकेट से हिस्टोरिकल जीत अपने नाम कर ली है. इस बड़ी जीत के बाद कप्तान केन विलियमसन ने अपनी टीम के खिलाड़ियों का तारीफ करते हुए कहा है कि उनके खिलाड़ियों ने जिस तरह बड़े दिल के साथ खेला वह प्रशंसनीय है.
विलियमसन ने फाइनल मैच में अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए 139 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 52* रनों की पारी खेली और उनका साथ देते हुए रॉस टेलर ने 47* रनों का योगदान दिया. अनुभवी जोड़ी ने तीसरे विकेट के लिए 96 रन जोड़े और आखिरी विनिंग रन टेलर के बल्ले से आया.
रिजर्व डे पर खेले गए मैच का पहला सेशन बहुत ही महत्वपूर्ण था, जो भारत ने पूरी तरह से अपने नाम कर लिया और 3 बड़े विकेट चटकाए. दूसरे सत्र में भारत ने 5 विकेट गंवाए और 170 के स्कोर पर पूरी भारतीय टीम ऑलआउट हो गई और 139 रनों का आसान लक्ष्य खड़ा कर सकी.
पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में केन विलियमसन ने कहा, “हमारी टीम ने जिस तरह का बड़ा दिल दिखाया वह काबिले तारीफ था. यह पहली बार है जब हम एक विश्व खिताब लेकर आए हैं और जिन 22 खिलाड़ियों ने इस ऐतिहासिक जीत में योगदान दिया है, वह सभी प्रशंसा के पात्र हैं. यह लंबे समय तक याद रखा जाएगा. हमारे पास हमेशा सभी स्टार्स नहीं होते और हमने इस मैच में यह देखा.”
उन्होंने आगे कहा, “हमने बहुत प्रतिबद्धता दिखाई. हम जानते हैं कि भारतीय टीम हर स्थिति में कितनी मजबूत है. यह एक बार के फाइनल में एक बहुत ही अद्भुत खेल था. 6 दिनों तक किसी भी टीम का पलड़ा भारी नहीं था। पहली पारी निश्चित तौर पर कठिन थी. लोअर ऑर्डर ने ज्यादा आजादी के साथ खेला और हमें बढ़त दिलाई, जिससे हमें फायदा मिला. रॉस स्पष्ट रूप से इन परिस्थितियों में बहुत अनुभवी और शांत हैं और अंत में उनके साथ क्रीज पर रहना बहुत ही अच्छा था.”
न्यूजीलैंड ने एक समूह के रूप में लाजवाब प्रदर्शन किया और वह इस बड़े मैच में बेहतर प्रदर्शन करते हुए खिताबी जीत दर्ज की. काइल जैमिसन को प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, क्योंकि उन्होंने पहली पारी में 5 व दूसरी पारी में 2 विकेट चटकाए. कीवी टीम इतिहास रचने में सफल रही और टीम को इस तरह सफलता की सीढ़ी चढ़ाने का श्रेय केन विलियमसन को जाता है.