पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण इस बात से हैरान थे कि टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी लेंथ नहीं बदली. बुमराह का खेल के तीसरे दिन कीवी टीम के खिलाफ अच्छा दिन नहीं था क्योंकि वह सही क्षेत्रों में हिट करने में सफल नहीं हो पा रहे थे.
गुजरात के दाहिने हाथ के तेज गेंदबाज ने लेंथ में थोड़ी छोटी गेंद फेंकी और उसे गेंद को बल्लेबाज तक पहुंचाना चाहिए था, जो कि इंग्लिश कंडीशंस में अच्छा माना जाता है. बुमराह से बहुत उम्मीदें थीं क्योंकि वह भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज हैं लेकिन वह सही लेंथ पर गेंदबाजी नहीं कर सके.
बुमराह डब्ल्यूटीसी फाइनल के तीसरे दिन बिना विकेट लिए गए क्योंकि उन्होंने 11 ओवरों में 34 रन दिए. बुमराह अपने कद के अनुसार गेंदबाजी नहीं करते दिखे, जिसके चलते उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा.
पहली पारी में 217 रन के मामूली स्कोर पर भारतीय टीम ऑल आउट हो गई थी, जिसके बाद भारतीय गेंदबाजों पर टीम को मैच में वापस लाने की जिम्मेदारी आ गई.
लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स को बताया, “मैं ये देखकर हैरान था कि जसप्रीत बुमराह अपनी लेंग्थ को बदल पाने में नाकाम साबित हुए हैं. इंग्लैंड में आपको आगे गेंदबाजी करनी होती है. बतौर गेंदबाज आपको बल्लेबाज के बाहरी किनारे पर ध्यान लगाना होता है. आपको उन्हें शरीर से दूर खेलने को मजबूर करना होता है.”
दूसरी ओर, भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने भी लक्ष्मण से सहमति जताई और कहा कि भारतीय गेंदबाज न्यूजीलैंड के खिलाफ थोड़ी फुल लेंथ गेंदबाजी कर सकते थे.
“हां, मैं लक्ष्मण से सहमत हूं. इशांत अधिकतम स्विंग और सीम निकालने में सक्षम थे. अपने अधिकांश क्रिकेट करियर के लिए इशांत हमेशा एक इनस्विंग गेंदबाज रहे हैं. जब कोई इनस्विंग गेंदबाज स्टंप के करीब जाता है तो वह उस स्विंग को काफी कम कर देता है.”
तीसरे दिन के खेल में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और अगर बारिश पांचवें दिन रुकती है, तो गेंदबाजों को मैच पलटने के लिए जल्दी विकेट्स चटकाने होंगे.