भारत के अनुभवी स्पिनर अमित मिश्रा का मानना है कि अगर टीम इंडिया, न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए अपनी प्लेइंग इलेवन में एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर को शामिल करती तो बेहतर होता. भारत ने मैच शुरु होने से 24 घंटे पहले ही गुरुवार को अपनी प्लेइंग इलेवन चुनी क्योंकि उन्होंने अपनी अंतिम एकादश में अश्विन और जडेजा दोनों का समर्थन किया.
दरअसल टीम इंडिया को टॉस से पहले अपने संयोजन में बदलाव करने की आजादी है क्योंकि पहले दिन का खेल बारिश के कारण पूरी तरह से धुल गया था. इस बीच, हार्दिक पांड्या, जो भारत की पहली पसंद सीम गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं उन्हें इंग्लैंड दौरे और डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए नहीं चुना गया था क्योंकि वह फिटनेस संबंधी कारणों से वह अपने कोटे के ओवर नहीं फेंक पा रहे हैं.
दूसरी ओर, तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के लिए भारत के पास दूसरा विकल्प शार्दुल ठाकुर थे, लेकिन उन्हें अंतिम 15 सदस्यीय टीम में भी नहीं चुना गया था. ठाकुर ने ऐतिहासिक गाबा टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया था. जब उन्होंने 7 विकेट झटके थे और पहली पारी में 67 रन भी बनाए थे. इस प्रकार, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम टेस्ट में भारत की यादगार जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
अमित मिश्रा ने जम्मू-कश्मीर न्यूज से बात करते हुए कहा, “भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन काफी शानदार लग रही है. हमारे पास रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन टीम में मौजूद हैं. ये दोनों ही बेहतरीन स्पिनर हैं जो बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं. अश्विन और जडेजा की बैटिंग से भारतीय टीम को काफी फायदा होगा. मेरे हिसाब से भारत एक फॉस्ट बॉलिंग ऑलराउंडर को भी टीम में शामिल कर सकता था. एक ऐसा खिलाड़ी होना चाहिए था जो मेन गेंदबाजों के थकने पर 6 से 7 ओवर गेंदबाजी कर सके.”
“मेरे हिसाब से ये ज्यादा अच्छा होता अगर एक फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर को टीम में लिया जाता। न्यूजीलैंड के पास फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर है और इसीलिए उनके पास ये एडवांटेज है.”
मिश्रा का कहना सही है क्योंकि एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर अंग्रेजी परिस्थितियों में बेहद अहम हो सकता है. इस प्रकार, भारत के अंतिम संयोजन पर ध्यान देना दिलचस्प होगा क्योंकि उनके फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने भी संकेत दिया है कि भारत परिस्थितियों के आधार पर अपनी प्लेइंग इलेवन में बदलाव कर सकता है.