भारत को टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हार का मुंह देखना पड़ा. इस हार के बाद कई पहलुओं पर चर्चा चल रही है. इस बीच टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान को लगता है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले टीम इंडिया को पर्याप्त मैच अभ्यास नहीं मिली.
टेस्ट चैंपियनशिप फाइल से पहले भारतीय टीम ने आईपीएल खेला था, जो बीच में ही स्थगित कर दिया था. जिसके बाद खिलाड़ी इंग्लैंड पहुंचे थे और इतने बड़े फाइनल से पहले उन्होंने एक इंट्रा-स्क्वाड मैच खेला था. दूसरी ओर, न्यूजीलैंड ने बड़े मैच से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेले. पहले टेस्ट मैच में कीवी टीम का दबदबा था, मगर बारिश के चलते मैच ड्रॉ रहा. मगर दूसरे मैच में न्यूजीलैंड ने लाजवाब जीत दर्ज की और सीरीज को 1-0 से अपने नाम दर्ज कर लिया.
इस बीच, पठान का मानना है कि जब वे कीवी टीम के खिलाफ दूसरे सत्र में मैदान पर उतरे तो भारतीय गेंदबाज थके हुए लग रहे थे और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्हें पर्याप्त मैच प्रैक्टिस नहीं मिली.
इरफान पठान ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा, “जब तक हमने (टीम इंडिया) दूसरे सत्र के लिए फील्डिंग शुरू की, हमारे गेंदबाज पहले ही थक चुके थे. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भारत को पर्याप्त मैच प्रैक्टिस का मौका नहीं मिला. जब कोई टीम पूरी मैच प्रैक्टिस हासिल नहीं कर पाती, तो मैच के लिए जिस तरह की फिटनेस की जरूरत होती है, वो उनके पास नहीं होती. मुझे लगता है कि इसमें सुधार होगा.”
दूसरी ओर, पठान को लगता है कि भारतीय गेंदबाजों को कुछ बाउंसर फेंकने का विकल्प चुनना चाहिए था जैसे नील वैगनर ने न्यूजीलैंड के लिए किया था. वैगनर पहली पारी में अजिंक्य रहाणे को आउट करने में सफल रहे और फिर अपनी शॉर्ट बॉल में उन्होंने दूसरी पारी में रविंद्र जडेजा को आट किया था.
पठान ने कहा, “मुझे लगता है कि भारतीय गेंदबाजों को नील वैगनर की तरह अधिक बाउंसरों का इस्तेमाल करना चाहिए था और लंबाई में सुधार की आवश्यकता है क्योंकि हमने केन विलियमसन और रॉस टेलर से बहुत सारे कट शॉट और बैक-फुट पंच देखे हैं.”
भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन किया क्योंकि वे न्यूजीलैंड को 249 रन पर आउट करने में सफल रहे. हालांकि, वे बोर्ड पर पर्याप्त रन नहीं बना पाए क्योंकि उन्होंने दोनों पारियों में क्रमश: 217 और 170 रन बनाए.