पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ट्रेंट बोल्ट और रोहित शर्मा के बीच मुकाबले की उम्मीद कर रहे हैं. रोहित पहले भी बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों से परेशान रहे हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह उस स्विंग को कैसे खेलते हैं जो पारी के शुरुआती दौर में पेश की जाएगी.
रोहित ने टेस्ट बल्लेबाज के रूप में लगातार विदेशी परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. हालांकि, दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2019 विश्व कप का अंत किया, जो इंग्लैंड में खेला गया था, जिसमें उन्होंने 648 रन बनाए थे और सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि सफेद गेंद और लाल गेंद के खेल में बहुत अंतर होता है.
रोहित को अपने नजरिए में धैर्य रखने की आवश्यकता होगी क्योंकि न्यूजीलैंड के पास एक शक्तिशाली गेंदबाजी इकाई है. दूसरी ओर, ट्रेंट बोल्ट को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के लिए आराम दिया गया था और उन्होंने दोनों टीमों के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में चार विकेट झटके थे. जिसका सीधा मतलब है कि वह टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत के सामने चुनौती पेश करने वाले हैं.
“इसमें कोई शक नहीं कि ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी की जोड़ी भारतीयों के लिए काफी चुनौतियां पेश करेगी. वे दोनों तरीकों से गेंद को मूव कर सकते हैं और साझेदारी में गेंदबाजी करते हुए भी काफी शानदार हैं. मैं बोल्ट बनाम रोहित शर्मा के बीच मुकाबला देखना चाहूंगा. अगर रोहित क्रीज पर जम जाते हैं और बोल्ट के शुरूआती स्पेल को खेलते हैं तो इसे देखना अद्भुत होगा.”
“रोहित शानदार बल्लेबाज हैं और वह पहले भी (2014) में इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं इसलिए मुझे लगता है कि वह काफी अच्छी तरह से गेंदबाजों का सामना करेंगे जैसा कि हमने हाल में देखा जब उन्होंने बल्लेबाजी का आगाज किया था. इसमें कोई शक नहीं कि वह इस बार इंग्लैंड में रन बनाएंगे. निश्चित रूप से किसी भी सलामी बल्लेबाज की तरह उन्हें पहले 10 ओवरों में काफी सतर्क रहना होगा और परिस्थितियों को समझने के लिए नई गेंद को खेलना होगा. मुझे पूरा भरोसा है कि उन्हें अपने स्ट्रोक्स खेलने का मौका मिलेगा.”
दूसरी ओर, सहवाग को लगता है कि भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को अपना स्वाभाविक खेल खेलना चाहिए और एक बार में एक गेंद के बारे में ही सोचना चाहिए. पंत हाल के दिनों में शानदार फॉर्म में हैं और वह अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से खेल का रंग बदल सकते हैं.
“ऋषभ का ध्यान एक समय में एक गेंद पर होना चाहिए. अगर गेंद हिट करने वाली है, तो उसे हिट करना चाहिए. मुझे नहीं लगता कि उसे नजरिया बदलने की जरूरत है क्योंकि उसे उसी नजरिए से सफलता मिली है और टेस्ट मैच अलग गेंद का खेल है. हाल ही में, वह टीम में अपनी भूमिका को समझ गया है और वह नंबर 6 पर आने वाले टेस्ट मैचों में भारत के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण खिलाड़ी होगा. अगर वह सेट हो जाता है और रन बनाना शुरू कर देता है, तो वह एक सेशन में खेल को बदल सकता है और ये हम सबने देखा.”
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 18 जून से एजेस बाउल, साउथेम्प्टन में शुरु होगा.