टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने साउथेम्प्टन के एजेस बॉल में भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में विजेता बनी न्यूजीलैंड की टीम की सराहना की है. सामूहिक प्रयास के साथ कीवी टीम ने 8 विकेट से डब्ल्यूटीसी फाइनल जीतकर इतिहास रच दिया.
शास्त्री ने केन विलियमसन की अगुवाई वाली टीम को बधाई दी और कहा कि बेहतर टीम इन परिस्थितियों में जीती है. ऐतिहासिक फाइनल से पहले न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड के साथ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली थी, जिससे वह इंग्लिश परिस्थितियों के अनुकूल होने में सक्षम रही.
इस बीच, खेल के आखिरी दिन तक ऐसा लग रहा था कि मैच ड्रॉ होगा, मगर न्यूजीलैंड ने ऐसा खेल दिखाया, कि भारत के चारो खाने चित करके खिताब अपने नाम कर लिया. भारत ने रिजर्व डे के शुरुआती सेशन में 3 विकेट गंवाए और ये खेल का टर्निंग प्वॉइंट साबित हुआ.
रवि शास्त्री ने अपने ट्वीट में लिखा, “इन परिस्थितियों में अच्छी टीम ने जीत हासिल की. विश्व खिताब के लिए काफी लंबे इंतजार के बाद न्यूजीलैंड की टीम जीत की हकदार थी. यह खिताबी जीत इस बात का गवाह है कि बड़ी चीजें आसानी से नहीं मिलती. न्यूजीलैंड ने वाकई शानदार खेल दिखाया. आपका सम्मान.”
दूसरी ओर, भारत की बल्लेबाजी इकाई ने बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन किया था. क्योंकि पूरी टीम पहली पारी में 217 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी, तो वहीं दूसरी पारी में केवल 170 रन ही बना सकी. भारत को इतने सस्ते में आउट करने का श्रेय न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों को जाता है, जिन्होंने भारत के किसी भी बल्लेबाज को क्रीज पर कंफर्टेबल नहीं होने दिया.
काइल जैमिसन गेंदबाजों ने इस ऐतिहासिक मैच में लाजवाब गेंदबाजी की, क्योंकि उन्होंने मैच में 7 विकेट झटके थे. जैमिसन ने पहली पारी में 5/31 के आंकड़े के साथ वापसी की और दूसरी पारी में भी दो विकेट चटकाए. जेमिसन दोनों ही पारियों में भारतीय कप्तान विराट कोहली को आउट करने में सफल रहे.
इसके अलावा, टिम साउथी ने दूसरी पारी में 4 विकेट चटकाकर भारत को 170 पर समेटने में अहम योगदान दिया. वास्तव में, दूसरी पारी में सतह से ज्यादा मदद नहीं मिली, लेकिन कीवी गेंदबाजों ने अपना अपनी सटीक गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों को खामोश रखा, जिसका ईनाम उन्हें मिला.