जिस तरह कोई क्रिकेटर जब छोटे स्तर पर खेलता है तो उसका सपना अपने देश के लिए खेलना होता है। ठीक उसी तरह जब कोई अंपायर अंपायरिंग की दुनिया में कदम रखता है तो उसका सपना एक दिन आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल होने का होता है। अब भारत के नितिन मेनन का ये सपना पूरा हो गया है और उन्हें 2020-2021 में आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल कर लिया गया है।
आईसीसी के एलीट पैनल में अब भारत के तीसरे अंपायर नितिन मेनन को शामिल किया गया है। नितिन से पहले श्रीनिवास वैंकटराघवन और सुंदरम रवि अंपायरों के इलीट पैनल में शामिल रह चुके हैं। नितिन एलीट पैनल में शामिल होकर काफी खुश हैं। उन्होंने अपनी खुशी जताते हुए कहा, ‘‘इलीट पैनल में नाम होना मेरे लिए सम्मान और गर्व की बात है। विश्व के बड़े अंपायर और रेफरी के साथ काम करना हमेशा से मेरा सपना रहा है।’’
भारत के मध्यप्रदेश राज्य के नितिन को 3 टेस्ट, 24 वनडे और 16 टी-20 के अलावा 57 फर्स्ट क्लास मैच में अंपायरिंग का अनुभव है। साथ ही नितिन ने मध्यप्रदेश के लिए दो मैचों मे भी खेला है, हालांकि एक खिलाड़ी के तौर पर ज्यादा सफलता नहीं हासिल कर सके और उन्होंने सिर्फ सात रन ही बनाये। आप सभी को बताते चले कि नितिन ने साल 2006 मे बीसीसीआई कि ऑल इंडियन अंपायरिंग परीक्षा भी पास की है। इसके बाद से ही उनको घरेलू मैचों मे अंपायरिंग करने का मौका मिलने लगा।
नितिन ने आगे अपने बयान मे कहा, “मेरे पिता (नरेंद्र मेनन) एक पूर्व अंतरराष्ट्रीय अंपायर हैं और 2006 में, BCCI ने अंपायरों के लिए एक परीक्षा आयोजित की और लगभग 10 साल के अंतराल के बाद, तो मेरे पिता ने मुझे एक मौका लेने और देने के लिए कहा। यह कहते हुए कि ‘अगर आप स्पष्ट हैं, तो आप हमेशा एक पेशे के रूप में अंपायरिंग कर सकते हैं’, इसलिए मैंने टेस्ट लिया और 2006 में, मैं अंपायर बन गया, “मेनन ने अपनी यात्रा के बारे में बताया।