इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने आईसीसी टूर्नामेंट्स के लिए टीम इंडिया की चयन प्रक्रिया पर सवालियां निशान खड़े किये है। नासिर हुसैन के अनुसार आप चाहे 2014 के टी20 विश्व कप की बात कर ले या 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी की या फिर 2019 के विश्व कप की हर प्रतियोगिता में टीम इंडिया को सिर्फ एक हार के चलते बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा।
स्टार स्पोर्ट्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ के दौरान बात करते हुए नासिर ने कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि आईसीसी टूर्नामेंटों में परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना नहीं बल्कि भारत का चयन गलत रहा। यह केवल एक मैच की योजना से जुड़ा हुआ नहीं है।”
हुसैन का ऐसा मानना है कि सीमित ओवर फॉर्मेट में टीम के कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान रोहित शर्मा को छोड़ दिया जाए तो मध्यक्रम का कोई भी खिलाड़ी मुश्किल परिस्तिथियों का सामना करने के लिए खुद को तैयार नहीं रखते और इसका भुगतान टीम इंडिया को मैच हार का गवांना पड़ता है।
उन्होंने आगे कहा, ”अगर कोहली और शर्मा आउट हो जाते हैं और स्कोर दो विकेट पर 20 रन हो जाता है तो क्या आपका मध्यक्रम इस परिस्थिति के लिये तैयार है। भारतीय क्रिकेट के लिये यह गलत हो सकता है कि उसका शीर्ष क्रम बहुत अच्छा है। जब कोहली, शर्मा शतक जड़ते हैं और मध्यक्रम के बल्लेबाजों को मौका नहीं मिलता है तो ठीक रहता है।”
नासिर ने कहा कि ‘‘और अचानक आप का स्कोर तीन विकेट पर 20 रन हो जाता है और आपको (मध्यक्रम) मिशेल स्टॉर्क और जोश हेजलवुड का सामना करना होता है और फिर आप संभल नहीं पाते हो। इसलिए इसके लिये ‘प्लान बी’ जरूरी होता है. केवल ‘प्लान ए’ से ही काम नहीं चलता है।‘’
आप सभी को बताते चले कि 2019 के विश्व कप में टीम इंडिया को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों मिली करारी हार का सामना करना पड़ा था और उस समय टीम का टॉप ऑर्डर एकदम फ्लॉप रहा था और मध्यक्रम ने भी अपने हथियार डाल दिए थे।
एमएस धोनी और विराट कोहली की कप्तानी के नजरिये के बारे में बात करते हुए नासिर हुसैन ने कहा, ‘‘अब भी कुछ विभाग हैं जिनमें उन्हें सुधार करने की जरूरत है। मैं उसे बदलाव करने वाला व्यक्ति मानता हूं।‘’
Written by: अखिल गुप्ता