भारतीय टेस्ट टीम की नई दीवार चेतेश्वर पुजारा को टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की प्रशंसा करते देखा गया. पुजारा का कहना है कि विराट के साथ बल्लेबाजी करते समय बिल्कुल भी दबाव नहीं रहता. पुजारा ने कहा कोहली के नॉन स्ट्राइकर एंड पर होने से वह बिना किसी दबाव के और खुलकर बल्लेबाजी कर पाते हैं.
2008 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले विराट कोहली की तारीफ पुजारा से पहले अन्य कई भारतीय खिलाड़ी भी कर चुके है. इस बात में कोई शक नहीं है कि भारतीय कप्तान ने क्रिकेट खेलने के स्टाइल को मानों एकदम से बदलकर रख दिया है. बल्लेबाजी को कोहली ने काफी आसान बना दिया हैं. वह जब खुद बल्लेबाजी करते है, तो सामने वाले बल्लेबाज के ऊपर से भी सारा दबाव हटा देते हैं.
पुजारा ने कहा कि जब विराट बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आते है तो विपक्षी टीम का पूरा ध्यान उनपर ही होता है और सामने वाले गेंदबाज भी उन्हें जल्द से जल्द आउट करना चाहते हैं, तो ऐसे में उनके साथ खेल रहे खिलाड़ी के ऊपर दबाव अपने आप ही कम हो जाता हैं.
क्रिकबज के शो में हर्षा भोगले के साथ बातचीत के दौरान पुजारा ने कहा, ‘’मुझे कोहली के साथ बल्लेबाजी करना पसंद है और इसका कारण ये है कि वो सकारात्मक खिलाड़ी हैं. एक बार जब वो क्रीज पर होते हैं तो मैं जानता हूं कि गेंदबाज उनका विकेट लेने की कोशिश करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वो जल्दी उनका विकेट ले सकते हैं.’’
उन्होंने कहा, “लेकिन वो हमेशा से सकारात्मक रहते हैं. अगर उन्हें पहली ही गेंद हाफ वॉली मिलेगी तो वो चौका मार देंगे. इसलिए स्कोरबोर्ड लगातार चलता रहता है और इसलिए मेरे ऊपर दबाव नहीं रहता क्योंकि विपक्षी टीम विराट का विकेट लेने की कोशिश करते हैं.”
77 टेस्ट मैचों में 18 शतक जमा चुके पुजारा ने कहा, ”इसलिए फोकस हमेशा विराट पर रहता है और मैं दूसरा छोर पर आराम से बल्लेबाजी करता हूं.”
आप सभी को बता दे, कि पुजारा और कोहली ने अभी तक 62 पारियों में एक साथ बल्लेबाजी की है और 47.44 की शानदार औसत के साथ 2894 रन बनाए हैं. इस दौरान दोनों के बीच सात शतकीय और 14 अर्धशतकीय साझेदारियां देखने को मिली है.
साल के अंत में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई के दौरे पर जाएगी, तब एक बार फिर से विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा को एक साथ बल्लेबाजी करते और गेंदबाजों की क्लास लगाते देखा जाएगा.
Written by: अखिल गुप्ता