विराट कोहली और रोहित शर्मा भारतीय टीम के मुख्य दो आधार हैं. अब पूर्व भारतीय चयनकर्ता किरण मोरे का मानना है कि रोहित शर्मा जल्द ही लिमिटेड ओवर क्रिकेट में कप्तानी करते दिख सकते हैं. मोरे को लगता है कि स्प्लिट कप्तानी भारत के लिए अच्छी हो सकती है क्योंकि इससे विराट के कंधों का भार हल्का होगा, क्योंकि वह मौजूदा समय में तीनों फॉर्मेट की कप्तानी करते हैं.
वास्तव में, कई क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि रोहित शर्मा को कम से कम T20I फॉर्मेट के लिए कप्तानी दी जानी चाहिए क्योंकि उनके खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में शानदार रिकॉर्ड हैं. रोहित ने इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस को पांच खिताब दिलाए हैं और वह टूर्नामेंट में सबसे सफल कप्तान हैं.
रोहित अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ हासिल करना जानते हैं और उन्हें टी20आई सेशन के लिए भारत की कमान दी जा सकती है.
मोरे ने इंडिया टीवी को बताया, “मेरे ख्याल से बोर्ड का दृष्टिकोण ऐसी चीजों को लेकर चलता है. मेरा मानना है कि रोहित शर्मा को जल्द ही मौका मिलेगा. विराट कोहली शानदार कप्तान हैं, जिन्होंने एमएस धोनी के मार्गदर्शन में खेला है. वो भी सोचेंगे कि कितने लंबे समय तक वनडे व टी20 में कप्तानी करें. इंग्लैंड दौरे के बाद आपको इन फैसलों के बारे में ज्यादा जानने को मिलेगा.”
मोरे को लगता है कि विराट कोहली सीमित ओवरों के फॉर्मेट में रोहित शर्मा को कप्तानी की जिम्मेदारी देकर एक बेहतरीन उदाहरण पेश कर सकते हैं. पूर्व भारतीय विकेटकीपर को भी लगता है कि विराट कोहली के लिए तीनों फॉर्मेट के कप्तानी के दबाव को संभालना आसान नहीं होगा.
“अलग-अलग प्रारूपों में कप्तानी भारत में काम कर सकता है. सीनियर खिलाड़ी भारतीय टीम के भविष्य के बारे में क्या सोचते हैं, ये महत्वपूर्ण है. विराट कोहली के लिए तीनों प्रारूपों में कप्तानी करना आसान नहीं, जिसके साथ ही उन्हें प्रदर्शन भी करना है. मैं उन्हें इस श्रेय दूंगा कि कप्तानी के साथ कोहली ने बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन किया. मगर मुझे लगता है कि वो समय आएगा जब कोहली कहेंगे, अब बस, रोहित शर्मा को कप्तानी करने दी जाए.”
“यह बहुत स्वस्थ होगा. यह भारतीय क्रिकेट के लिए बड़ा संदेश होगा, जो पीढ़ियों तक चलता रहेगा. यह बात इज्जत की है. अगर रोहित शर्मा अच्छा कर रहे हैं तो उन्हें मौका मिलना चाहिए. मेरे ख्याल से विराट कोहली ऐसा करके मिसाल कायम करेंगे. भविष्य उनके फैसले पर टिकेगा कि उन्हें कितने आराम की जरूरत है. वो वनडे या टेस्ट में ही कप्तानी करना चाहें. वह भी इंसान हैं. उनका दिमाग भी थकता है.”
इस बीच, विराट कोहली एक भारतीय कप्तान के रूप में अपना पहला बड़ा टूर्नामेंट जीतना चाहेंगे. भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में 18 जून से साउथेम्प्टन के मैदान पर न्यूजीलैंड का सामना करेगी.