पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर का मानना है कि बचे हुए 3 मैचों में आगे इंग्लैंड पिछल जाएगा और भारत उन तीनों ही टेस्ट मैचों में हावी हो सकता है. भारत ने पहले टेस्ट मैच में भी अपना दबदबा बनाया क्योंकि उसे अंतिम दिन जीत के लिए केवल 157 रनों की जरूरत थी, जिसके हाथ में नौ विकेट थे लेकिन बारिश ने खेल बिगाड़ दिया.
इसके बाद लॉर्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन भारत ने बेहतरीन वापसी की. मेहमान टीम 154 रनों से आगे चल रही थी और उसके हाथ में चार विकेट थे लेकिन शमी और बुमराह के बीच 89 रनों की साझेदारी मैच का बड़ा टर्निंग प्वॉइंट था. इस प्रकार, भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 272 रनों का लक्ष्य दिया और इंग्लैंड को आउट करने के लिए भारतीय गेंदबाजों के पास 60 ओवर थे.
भारतीय तेज गेंदबाजों ने आक्रामक रवैया अपनाते हुए गेंदबाजी की. इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स व सिबली को बुमराह और शमी ने शून्य पर ही आउट कर दिया. बुमराह ने जो रूट का महत्वपूर्ण विकेट लिया, जबकि मोहम्मद सिराज ने 4-32 के आंकड़े के साथ गेंदबाजी की और इंग्लैंड 120 रन के मामूली स्कोर पर आउट हो गया था. इस प्रकार भारत ने ये मैच 151 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की.
वसीम जाफर ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, “इंग्लैंड को अब वास्तव में जल्दी ठीक होना होगा और गेंदबाजी से ज्यादा अपनी बल्लेबाजी को सुलझाना होगा. वे जो रूट पर बहुत अधिक भरोसा करते हैं. लेकिन अब किसी और को कदम आगे बढ़ाने की जरूरत है. वरना वह इस सीरीज में और पिछड़ जाएंगे. भारत ने इंग्लैंड में लंबे समय से टेस्ट सीरीज नहीं जीती है, लेकिन ऐसा लगता है कि यह भारतीय टीम अगले टेस्ट में और शायद इस सीरीज में और भी जीतने वाली है.”
पूर्व घरेलू दिग्गज, वसीम जाफर, जो अपनी ठोस बल्लेबाजी तकनीक के लिए जाने जाते थे, उन्होंने देखा कि इस भारतीय टीम ने साबित कर दिया कि वे किसी भी तरह के परिस्थिति में हार नहीं मानते हैं. आखिरी दिन लॉर्ड्स में भारत के सभी खिलाड़ियों ने लाजवाब खेल दिखाया.
“इस भारतीय टीम को सलाम क्योंकि वे पिछले कुछ समय से लगातार ऐसा कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भी ऐसा ही हुआ था, उन्होंने एक नहीं बल्कि कई टेस्ट मैचों में मजबूत वापसी की है. और उन्होंने साबित कर दिया कि वे गिवअप नहीं करते हैं. वे ठीक इसी तरह भारत में इंग्लैंड के खिलाफ एक शून्य से आगे निकलने के बाद 3-1 से श्रृंखला जीतने के लिए खेले. वे उत्कृष्ट रहे हैं.”