पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार इंजमाम उल हक ने अपने एक बयान में कहा कि भारत की ऑस्ट्रेलिया में मिली जीत का श्रेय टीम के हेड कोच रवि शास्त्री को भी मिलना चाहिए. बता दे कि, टीम इंडिया ने अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 मे हराकर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाया था.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज मे टीम की शुरुआत बिल्कुल भी अच्छी नहीं रही थी और एडिलेड में टीम मात्र 36 के स्कोर पर सिमट गई थी, उसके बाद टीम ने विराट कोहली की गैरमौजूदगी में ना सिर्फ दमदार खेल दिखाया, बल्कि एक ऐसी टीम के साथ श्रृंखला जीत दिखाई, जिसकी अपेक्षा किसी ने भी नहीं की थी.
टेस्ट सीरीज के दौरान टीम के कई स्टार खिलाड़ी चोटिल हुए और कई को तो दौरे बीच में छोड़कर भारत वापस आना पड़ा. चोटिल खिलाड़ियों में मोहम्मद शमी, उमेश यादव, लोकेश राहुल, हनुमा विहारी, रविचंद्रन अश्विन, रविन्द्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह का नाम रहा.
इतने विपरीत और कठिन हालातों के बाद भी टीम ने जबरदस्त वापसी की और पहले मेलबर्न टेस्ट जीता और फिर सिडनी टेस्ट को हार्से बचाया. अंत में ब्रिस्बेन टेस्ट की जंग जीत इतिहास रचा. वाकई में इसके लिए टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री को भी पूरा-पूरा श्रेय मिलना चाहिए.
इंजमाम उल हक के अनुसार रवि शास्त्री के पास वो अनुभव है कि वो खिलाड़ी को देखकर ही उसके टैलेंट को परख लेते हैं.
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, ”एक फैक्टर जिसका लोग जिक्र नहीं कर रहे हैं, वह हैं रवि शास्त्री. उन्होंने टीम डायरेक्टर के तौर पर शुरू किया था और हेड कोच बनकर वापसी की. उनके पास जो अनुभव और गेम की समझ है मुझे लगता है उसने टीम इंडिया और खिलाड़ियों की काफी मदद की. हर किसी ने उनको खेलते हुए देखा है, वह भारत के लिए एक बड़े खिलाड़ी थे, एक शानदार ऑलराउंडर.”
इंजमाम ने आगे कहा, ”मुझे याद है कि जब वह कमेंट्री करते थे, जिस तरह की चीजें वह बोलते थे और उनके पास जो टैलेंट को खोजने वाली आंखें हैं, उससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उनके पास गेम की कितनी जानकारी है. मुझे लगता है कि उन्होंने टीम इंडिया की काफी मदद की है.”
इस बात में कोई शक नहीं है कि टीम कि बड़ी सफलता के पीछे रवि शास्त्री का एक बड़ा हाथ रहा है. 2018-19 में भी जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमी पर हराकर टेस्ट सीरीज जीती थी औरुस समय शास्त्री ही टीम के हेड कोच थे.