भारतीय क्रिकेट टीम के लिए विकेटकीपर-बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे केएल राहुल इस साल टी20 और वनडे में शानदार फॉर्म में दिखे हैं. इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड के खिलाफ इस साल की शुरुआत में जमकर रन बनाए. इसके बाद कोरोना वायरस के चलते लंबे ब्रेक के बाद शुरु हुए इंडियन प्रीमियर लीग में अभी तक वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं.
मगर, टेस्ट में केएल राहुल का बल्ला खामोश ही रहा है और इसलिए पिछले साल साउथ अफ्रीका के साथ खेली गई घरेलू टेस्ट सीरीज से उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था. सोमवार को जब बीसीसीआई ने भारत की टेस्ट टीम का ऐलान किया, तो उसमें केएल राहुल की वापसी हुई है.
जबकि यदि केएल के विदेशी सरजमीं पर आए शतकों को छोड़ दिया जाए, तो उन्होंने विदेश में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया है. अब जब केएल को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टेस्ट टीम में शामिल किया गया. लेकिन सेलेक्शन कमेटी का ये फैसला पूर्व क्रिकेटर और कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर को रास नहीं आया है.
अपने तेजतर्रार स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले मांजरेकर ने सोशल मीडिया के जरिए बोर्ड पर निशाना साधते हुए कह, “जब आप आईपीएल के प्रदर्शन को देखकर एक खिलाड़ी को टेस्ट टीम में चुनते है तो इससे आप एक गलत मिसाल पेश करते हैं. वो भी तब जब उस खिलाड़ी ने पिछले कुछ टेस्ट में खराब प्रदर्शन किया हो. चाहे वह खिलाड़ी सफल हो या असफल, अगर यह अप्रासंगिक है, तो ऐसे सिलेक्शन से रणजी खिलाड़ियों को मनोबल को बड़ी चोट पहुंचती है.”
राहुल ने 10.7 के औसत से ऑस्ट्रेलिया में रन बनाए हैं. हालांकि वहां बल्लेबाज के नाम पर एक शतक दर्ज है. मांजरेकर ने आगे कहा,” केएल राहुल का पिछले पांच टेस्ट सीरीज में प्रदर्शन- Vs साउथ अफ्रीका- 7.1 का औसत, vs इंग्लैंड-29 का औसत, vs वेस्टइंडीज (भारत में)- 18 का औसत, vs ऑस्ट्रेलिया- 10.7 का औसत, vs वेस्टइंडीज- 25.4 का औसत. वो बहुत भाग्यशाली है कि उन्हें आईपीएल के प्रदर्शन को देखकर टीम में बुलाया गया है. लेकिन मैं आशा करता हूं कि उनके बल्ले से रन निकले. उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं.”
केएल ने अब तक 36 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 5 शतकों के साथ 34.6 की मदद से 2006 रन बनाए हैं. भारतीय क्रिकेट टीम को नवंबर के आखिर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है. जहां, 17 दिसंबर से दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज खेले जाने की उम्मीद है.