भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच खेली जाने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का सभी क्रिकेट प्रेमी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. अब इस बीच ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर ने पिछली बार (2018-19) में भारत के हाथों टेस्ट सीरीज में मिली पहली हार पर बात करते हुए इस बात को स्वीकार किया कि उस वक्त भारतीय टीम अपने सर्वश्रेष्ठ पर थी और उसे हराना मुश्किल था.
विराट कोहली की कप्तानी में 2018-19 में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में भारतीय टीम ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. पहली बार ऐसा हुआ, जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में मात दी. इस सीरीज को भारत ने 2-1 से जीत लिया था. उस दौरान कप्तान विराट कोहली. चेतेश्वर पुजारा व ऋषभ पंत ने जबरदस्त बल्लेबाजी की थी. तो वहीं जसप्रीत बुमराह व मोहम्मद शमी ने विकेटचटकाऊ गेंदबाजी की थी.
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से बातचीत के जस्टिन लैंगर ने कहा, ‘अगर मैं उस समय (2018-19) में वापस जाऊंगा, तो हम पर्थ टेस्ट मैच जीतने के बाद MCG में टॉस हार गए संभवत टेस्ट क्रिकेट में मैंने पहली बार इतना फ्लैट विकेट देखा. भारत ने करीब दो दिनों तक गेंदबाजी की. और फिर हमें वापस SCG में अगले टेस्ट मैच में एक फ्लैट विकेट पर ही खेलना पड़ा. कोई बहाना नहीं बना रहा, लेकिन तब काफी मुश्किल था.
पिछली बार जब भारतीय टीम, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी तब मेजबान टीम के स्टीव स्मिथ व डेविड वॉर्नर बॉल टेम्परिंग के चलते विवाद झेल रहे थे. मगर अब ये दोनों ही खिलाड़ी टीम में वापसी कर चुके हैं और अच्छे फॉर्म में हैं. इसलिए इस बार भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया में जीत दर्ज करना आसान नहीं होने वाला है.
दौरान जस्टिन लैंगर ने कहा, ‘वह तब मुश्किल हो गया था क्योंकि भारत अपने खेल में टॉप पर था, वह अपने इतिहास में पहली बार हमें हराने के हकदार थे. लेकिन हमारे लोग अब दो साल बेहतर हैं और बहुत सारे भारतीय खिलाड़ी समान हैं, और अधिक अनुभवी हैं. मैं इस सीरीज़ का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं.’
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच दौरे की शुरुआत 27 नवंबर से शुरु होने वाली एकदिवसीय सीरीज के साथ होगा. जहां, 3-3 वनडे व टी20आई सीरीज खेलने के बाद 17 दिसंबर से टेस्ट सीरीज का आगाज होगा. पहला मुकाबला डे-नाइट टेस्ट होगा, जो एडिलेट में खेला जाएगा.