बीते दिन इंग्लैंड क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने बायो-सिक्योर प्रोटोकॉल तोड़ा था, जिसके चलते उनको मैनचेस्टर टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया. अब यह खबर सामने आ रही है कि आर्चर के प्रोटोकॉल तोड़ने के बाद इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को करोड़ो पाउंड का नुकसान हो सकता था. यह बात स्वयं ईसीबी के डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट और पूर्व खिलाड़ी एश्ले जाइल्स ने कही.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 25 वर्षीय जोफ्रा आर्चर साउथैम्पटन से मैनचेस्टर के बीच कार से ट्रेवल कर थे और इस दौरान वह ब्राइटन में मौजूद अपने फ्लैट में रुके और ईसीबी को आर्चर द्वारा किये गये इस उल्लंघन की कोई भी जानकारी नहीं थी.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक जाइल्स ने ब्रिटिश मीडिया से कहा, ‘’यह एक आपदा हो सकती थी. ये पूरे सीजन को प्रभावित कर सकता था और हमें लाखों पाउंड की कीमत चुकानी पड़ सकती थी.’’
जाइल्स ने आगे कहा, ‘’मुझे नहीं लगता कि इससे होने वाले प्रभावों को वह समझ सकते थे. वह एक युवा है और गलतियां करते हैं. उन्हें उनसे सीखना होगा.”
आपनी बात को जारी रखते हुए एश्ले जाइल्स ने कहा, ”सरकार और विपक्षी टीम, इस मामले में वेस्टइंडीज की मदद से इन प्रोटोकॉल के साथ सीरीज शुरू की गयी थी और हमें उनका पालन करना होगा. सभी को इसका पालन करना होगा. यदि आप जानते हैं कि प्रोटोकॉल क्या कहता है और आपसे क्या उम्मीद है, तो यह एक सरल विकल्प है.”
आप सभी को बता दे, कि जोफ्रा आर्चर को अब पांच दिन आइसोलेशन सेंटर में बिताने पड़ेंगे और इस दौरान उनको कोविड-19 के सभी परीक्षणों से भी गुजरना पड़ेगा. साथ ही इन पांच दिनों के दौरान उनको कोरोना नेगेटिव भी आना होगा.
इंग्लैंड के कोच क्रिस सिल्वरवुड ने कहा कि खिलाड़ी को पर्याप्त समय मिलेगा. सिल्वरवुड ने कहा, ”वह जानते है कि उन्हें क्या करना है और हम उनकी हरसंभव मदद करेंगे. आर्चर को पांच दिन होटल के कमरे में रहना होगा और हमें ये सुनिश्चित करना है वह ठीक रहे और हम उनकी देखभाल कर रहे हैं.”
Written by: अखिल गुप्ता