न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज डेवन कॉन्वे ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की है. उन्होंने पहले मैच की पहली पारी में 200 रनों की काबिल-ए-तारीफ पारी खेली. कॉन्वे ने अपनी इस दोहरे शतक के साथ कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं.
वह टेस्ट मैच में डेब्यू पर इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं. 1999 में मैथ्यू सिंक्लेयर ने ये उपलब्धि हासिल की थी, जिसके बाद अब कॉन्वे टेस्ट डेब्यू में दोहरा शतक लगाने वाला पहले बल्लेबाज बन गए हैं. कुल मिलाकर, वह ऐसा करने वाले सातवें खिलाड़ी हैं।
कॉन्वे ने एक चौके के साथ अपना शतक पूरा किया, जबकि उन्होंने नंबर 11 नील वैगनर के साथ बल्लेबाजी करते हुए एक छक्का लगाकर दोहरा शतक बनाया. इसके अलावा, कॉन्वे की 200 रन की पारी बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए तीसरी सबसे बड़ी पारी है क्योंकि उन्होंने शिखर धवन के 187 रनों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था.
केवल दक्षिण अफ्रीका के जैक्स रूडोल्फ (222) और वेस्टइंडीज काइल मेयर्स (210) ने कॉनवे की तुलना में बाएं हाथ के बल्लेबाजों के रूप में अधिक रन बनाए हैं.
न्यूजीलैंड ने 378 रन बनाए और उसके आधे से ज्यादा रन कॉन्वे ने बनाए. दिलचस्प बात यह है कि कॉन्वे ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कभी पारी की शुरुआत नहीं की थी, लेकिन वह क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स में राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हुए अपने अवसर का फायदा उठाने में सफल रहे.
इससे पहले, कॉन्वे ने लॉर्ड्स में टेस्ट डेब्यू पर सौरव गांगुली के सर्वोच्च स्कोर के 25 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा था. पूर्व भारतीय कप्तान ने 1996 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में 131 रनों की शानदार पारी खेली थी.
इसके अलावा, कॉन्वे ने केएस रंजीत सिंह जी के 125 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया. रंजीत सिंह जी ने 1896 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैनचेस्टर में 154 रन बनाए थे और इंग्लैंड में पदार्पण पर सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया था.
कॉन्वे ने शानदार शुरुआत की है और वह इसे जारी रखना चाहेंगे.