कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर विराट कोहली के नेतृत्व वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम में मीन-मेक निकालने का कोई मौका नहीं गंवाते. अब गंभीर ने केकेआर और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम में एक बड़ा अंतर बताया है. उनका मानना है कि केकेआर अपने प्लेयर्स पर विश्वास रखती है और उन्हें सपोर्ट करती है, जबकि आरसीबी एक खराब सीजन के बाद ही प्लेयर्स को रिलीज कर देती है.
कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपकमिंग इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन के लिए 6 प्लेयर्स को रिलीज किया है और टीम के पूर्व कप्तान दिनेशा कार्तिक जिनका पिछला सीजन खराब रहा, उन्हें रिटेन कर उनपर भरोसा जताया है. कार्तिक ने 14 मैचों में 14.08 के औसत से 169 रन ही बनाए थे. कार्तिक को रिटेन किए जाने के फैसले से गौतम गंभीर खुश हैं. केकेआर के पूर्व कप्तान ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा,
“दिनेश कार्तिक के लिए पिछला सीजन काफी खराब रहा था. उन्हें कप्तानी से भी हटा दिया गया था. लेकिन इसके बावजूद अगर आप उन्हें रिटेन करते हैं तो फिर इससे पता चलता है कि फ्रेंचाइजी आपको बैक कर रही है. इससे आपका कॉन्फिडेंस भी काफी बढ़ जाता है. केकेआर और आरसीबी के बीच यही सबसे बड़ा फर्क है.”
सीजन के बीच में ही दिनेश कार्तिक ने अपनी कप्तानी छोड़ दी थी. तब केकेआर ने टीम की कप्तानी इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन को सौंपी थी. फ्रेंचाइजी के लिए बीता सीजन अच्छा नहीं था क्योंकि टीम अंतिम चार में शामिल नहीं हो सकी, मगर इसके बाद भी फ्रेंचाइजी अपनी कोर टीम के साथ बनी हुई है और उन्होंने केवल 6 खिलाड़ी रिलीज किए. गौतम गंभीर ने कहा,
“मैं उन सभी फ्रेंचाइजी के लिए ये बात कह रहा हूं, जिन्होंने बहुत सारे खिलाड़ी रिलीज नहीं किए हैं. यह दर्शाता है कि आपने अपने खिलाड़ियों में भरोसा बनाए रखा है. इसे सिर्फ अतिरिक्त सामान रिलीज करना कहा जाता है. इसलिए, यह आश्चर्यजनक नहीं है. कोर टीम अभी भी बाकी है. उन्होंने बहुत अधिक बदलाव नहीं किए हैं.”
कोलकाता नाइट राइडर्स ने निखिल नायक, सिद्धेश लाड, एम सिद्धार्थ, टॉम बैंटन, क्रिस ग्रीन, हैरी गुर्ने को रिलीज किया है और उनके पर्स में 10 करोड़ 85 लाख रुपये मौजूद हैं.