दिल्ली कैपिटल्स के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ आईपीएल 2021 में अपने बल्ले से प्रभावशाली रहे. उनकी तूफानी अंदाज की हर तरफ तारीफ हो रही है. अब पूर्व भारतीय बल्लेबाज अजय जडेजा ने भी शॉ की सराहना की है. उनका मानना है कि शॉ की बल्लेबाजी में वायरस आ गया था, जो अब हट चुका है.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पिंक बॉल टेस्ट में पृथ्वी शॉ के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था. उनके फुट मूवमेंट को लेकर काफी चर्चा भी हुई थी, क्योंकि वह ऑस्ट्रेलिया के विनाशकारी गेंदबाजी के सामने कमजोर पड़ गए थे. मगर उन्होंने हार नहीं मानी.
ऑस्ट्रेलिया से वापस आने के बाद शॉ ने घरेलू टूर्नामेंट में जलवे दिखाने शुरु किए. जहां, शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी के 8 मैचों में 138.29 के स्ट्राइक रेट व 165.40 के औसत से 827 रन बनाए, जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल था. इसके अलावा, शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे अधिक रन बनाने के मयंक अग्रवाल के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया क्योंकि बाद में 2018 संस्करण में 723 रन बनाए थे.
मुंबई के दाएं हाथ के बल्लेबाज ने वहां से अपनी लय हासिल की, जिसे वह आईपीएल में बरकरार रखने में सफर रहे. इस आईपीएल सीजन में शॉ ने 8 मैचों में 308 रन बनाए और टीम को अंक तालिका में नंबर-1 पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. केकेआर के खिलाफ शिवम मावी के पहले ही ओवर में पृथ्वी शॉ ने 6 गेंदों पर 6 चौके लगाकर 18 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया और 41 गेंदों पर 82 रन की आतिशी पारी खेली.
जडेजा ने क्रिकबज को बताया, “जैसे कंप्यूटर में वायरस होता है, वैसे ही एक वायरस उनकी बल्लेबाजी में आया था, जो अब हट गया है. पिछले साल उनके माइंड या तकनीक में एक छोटा वायरस आ गया था जिससे वो अब वो उबर चुके हैं. जब कोई खिलाड़ी सदमे से उबरता है, पृथ्वी शॉ एक असाधारण खिलाड़ी है. लेकिन एक सामान्य खिलाड़ी को भी पहले साल में ये आसान लगता है, लेकिन दूसरे साल में जब वो इसे पार कर लेता है तो वो सभी को पीछे छोड़ सकता है.”
वास्तव में, शॉ आईपीएल 2020 में 14 मैचों में केवल 228 रन ही बना सके थे, लेकिन इस सीजन उन्होंने अपनी आक्रामकता से सभी को प्रभावित किया और दिल्ली कैपिटल्स को लगभग सभी मैचों में अच्छी शुरुआत देने में अहम भूमिका निभाई.