भारतीय क्रिकेट टीम के पास मौजूदा वक्त में वर्ल्ड क्लास पेस अटैक है, जिसकी चर्चा विश्व भर में होती रहती है. अब पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान इयान चैपल का मानना है कि भारतीय टीम के पास आगामी व्यस्त कार्यक्रम की चुनौतियों का सामना करने के लिए पर्याप्त कुशल तेज गेंदबाज हैं. पिछले कुछ सीज़न में भारत की बेंच स्ट्रेंथ ने भी अपना जलवा दिखाया है और ऑस्ट्रेलिया पर तो इसका एक बड़ा उदाहरण ऐसा ही देखा गया था.
ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली गई बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में एक के बाद एक भारतीय गेंदबाज चोटिल होते गए थे. इसके चलते मोहम्मद सिराज, टी नटराजन और शार्दुल ठाकुर ने टीम को सीरीज जिताने में अहम भूमिका निभाई थी. मोहम्मद शमी हाथ में फ्रैक्चर के कारण बाहर हो गए थे जबकि जसप्रीत बुमराह भी गाबा में अंतिम टेस्ट मैच के लिए चोटिल हो गए थे. इसके अलावा, भारत के पास रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा भी फिट नहीं थे.
इस बीच, भारत को इंग्लैंड जाना है, जहां टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच के बाद इंग्लैंड के साथ 6 टेस्ट मैच खेलने के लिए पूरी तरह तैयार है और उनकी बेंच स्ट्रेंथ एक बार फिर से परखी जाएगी. भारत का पेस अटैक पिछले कुछ वक्त में शानदार प्रदर्शन करता नजर आया है, इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी की तेज तिकड़ी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक है.
इसके अलावा, विराट कोहली के पास उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाज भी हैं. इस प्रकार, जहां तक तेज गेंदबाजी की बात है, भारत ज्यादातर बॉक्सों पर टिक करता है और यही विदेशी परिस्थितियों में उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
इयान चैपल ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो के लिए लिखा, “मॉर्डन क्रिकेट में प्लेयर्स को ज्यादा पैसे मिलते हैं, पहले ऐसा नहीं होता था. लेकिन इसके साथ कई और चीजें भी जुड़ गई हैं. अब प्लेयर्स को काफी एडजस्टमेंट भी करना पड़ता है क्योंकि कई सारे फॉर्मेट खेले जाते हैं और शेड्यूल भी काफी बिजी रहता है.”
इयान चैपल ने आगे कहा, “अगर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज को उठाकर देखें तो कंगारू टीम ने चारों टेस्ट मैच में लगभग उन्हीं तेज गेंदबाजों का प्रयोग किया और उसमें कोई बदलाव नहीं किया था. इसीलिए सीरीज के फाइनल स्टेज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज थके हुए नजर आ रहे थे. वहीं इंजरी की वजह से इंडियन टीम को लगातार कई बदलाव करने पड़े. इंडिया उन चुनिंदा टीमों में से एक है जिनके पास रिजर्व में पर्याप्त बेहतरीन तेज गेंदबाज मौजूद हैं और वो व्यस्त शेड्यूल का सामना काफी अच्छी तरह से कर सकते हैं.”
टीम इंडिया एक सामूहिक प्रयास के साथ आने का लक्ष्य रखेगा और वे इंग्लैंड में सफलता का स्वाद चखना चाहेंगे. विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंग्लैंड में पिछली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ 4-1 से हार गई थी. मगर इस बार वह एक शक्तिशाली पेस अटैक के साथ इंग्लैंड जा रहे हैं, तो ऐसे में वह मैच को जीतना चाहेंगे.