भारत को पहले टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पडा था. मगर अब भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि उनकी टीम अगले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र के लिए नई ऊर्जा के साथ फिर से संगठित होगी. कोहली ने यह बयान आईसीसी द्वारा एक नई प्वॉइंट सिस्टम की घोषणा के बाद दिया.
इस बीच, कोहली एक बार फिर डब्ल्यूटीसी के दूसरे चक्र में आगे से नेतृत्व करने की कोशिश करेंगे. विराट ने हमेशा टेस्ट क्रिकेट को विशेष महत्व दिया है और उनके कार्यों और बयानों में भी यही देखा गया है. कोहली ने टेस्ट फॉर्मेट में अपनी टीम को और ऊंचाईयों तक पहुंचाया है.
दूसरी ओर, भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पहले चक्र में अच्छा प्रदर्शन किया क्योंकि वे खेले गए 17 में से 12 मैच जीतने में सफल रहे और 72.2 के जीत प्रतिशत के साथ फाइनल में पहुंचे. हालांकि, भारत को फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
विराट कोहली ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “एक यादगार प्रतियोगिता में न्यूजीलैंड के खिलाफ आइसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना बहुत अच्छा था. सिर्फ फाइनल ही नहीं, हमने चैंपियनशिप के पहले संस्करण के दौरान खिलाड़ियों का दृढ़ संकल्प देखा.”
कोहली ने कहा कि भारत के पहले टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल को हारने के बाद अब फैंस के लिए दूसरे चक्र में खुश होने के मौके देना चाहेंगे.
“क्रिकेट प्रेमियों को भी देखकर हमें बहुत अच्छा लगा और मुझे यकीन है कि वे सभी दूसरे संस्करण का बेसब्री से इंतजार कर रहे होंगे. भारत की नए चक्र की पहली टेस्ट सीरीज इंग्लैंड में होगी, जहां वे अगले महीने से शुरू होने वाले पांच टेस्ट मैच खेलेंगे. कोहली ने कहा कि, इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से शुरू होने वाले अगले चक्र के लिए हम नई ऊर्जा के साथ फिर से संगठित होंगे, उम्मीद है कि अपने क्रिकेट फैंस को खुश करने के लिए हम उन्हें काफी कुछ देंगे.”
इस बीच, इंग्लैंड के कप्तान जो रूट को लगता है कि उनकी टीम के लिए भारतीय टीम को उनकी परिस्थितियों में परखने का यह एक अच्छा मौका होगा. इंग्लैंड को हाल ही में भारत ने अपनी परिस्थितियों में 3-1 से हराया था और रूट एंड कंपनी अपना बदला लेने की कोशिश करेगी.
रूट ने कहा, “भारत एक बेहतरीन ऑलराउंड टीम है और अपने घरेलू हालात में उन्हें टेस्ट करना काफी अच्छा होगा. हम आखिरी बार फाइनल के लिए क्वालीफाई करने से चूक गए और इस बार बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं. टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा प्रारूप है जिसमें हम सभी उत्कृष्टता हासिल करना चाहते हैं और प्रत्येक मैच के लिए अंक दांव पर है तो ऐसे में हर किसी को हर समय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.”