भारतीय क्रिकेट टीम में विकेटकीपर-बल्लेबाज की भूमिका अदा कर रहे केएल राहुल आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. तीनों फॉर्मेट के स्क्वाड में चुने गए राहुल सीमित ओर क्रिकेट में विकेटकीपिंग की भूमिका में नजर आएंगे. अब वनडे सीरीज के शुरु होने से पहले अपनी बल्लेबाजी को लेकर राहुल ने बड़ा बयान दिया है, उनका मानना है कि वह पावर हिटिंग नहीं करते हैं.
हाल ही में संपन्न हुए आईपीएल 2020 में केएल राहुल ने 670 रन बनाकर ऑरेन्ज कैप अपने नाम की. ये खिलाड़ी इस वक्त बेहतरीन लय में है. भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए राहुल ने न्यूजीलैंड दौरे पर जमकर रन बनाए थे और अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से भारत के लिए बड़े स्कोर बनाए.
क्रिकेट के गलियारों में राहुल की बल्लेबाजी शैली को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है. मगर अब राहुल ने खुद अपनी बल्लेबाजी को लेकर प्रतिक्रिया दी है. वनडे सीरीज के शुरु होने से पूर्व संध्यान पर कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं अपनी बल्लेबाजी को पावर हिटिंग नहीं कहूंगा क्योंकि मैं ईमानदारी से कहूं तो मैं वह नहीं कर सकता. मेरे पास कुछ तकनीकी कौशल है और मैं टीम की जरूरत के अनुसार भूमिका निभाने में विश्वास करता हूं. अगर 160 या 170 की स्ट्राइक रेट से भी रन बनाने होंगे तो मैं दूसरे तरीके से बनाने की कोशिश करूंगा.”
भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा हेम्सट्रिंग इंजरी के चलते सीमित ओवर स्क्वाड में टीम का हिस्सा नहीं हैं. ऐसे में चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली जाने वाली सीमित ओवर सीरीज के लिए राहुल को उपकप्तान नियुक्त किया है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि राहुल वनडे सीरीज में शिखर धवन के साथ ओपनिंग की जिम्मेदारी उठा सकते हैं और अपने अच्छे फॉर्म को बरकरार रखते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बडे स्कोर बनाएंगे.
“मैं इतने लंबे समय तक लगातार कभी नहीं खेला. मुझे अच्छा लग रहा है कि टीम की जीत में योगदान दे रहा हूं और अपनी भूमिका निभा रहा हूं.”
राहुल ने अपनी बल्लेबाजी शैली के बारे में बात करने के अलावा ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल व मार्नस लाबुशेन को ऑस्ट्रेलियाई टीम के मुख्य बल्लेबाज करार दिया है.
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच दौरे की शुरुआत 27 नवंबर को एकदिवसीय सीरीज के पहले मैच के साथ होगी. ये मैच सिडनी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा.