पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कहा है कि वह निश्चित रूप से चेतेश्वर पुजारा को इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलते हुए देखते हैं. पुजारा की जगह पर सवालिया निशान लग गए हैं क्योंकि वह पिछले कुछ वक्त से रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. दाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछले 2 सालों में 30 से नीचे का औसत रहा है और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके.
इसके अलावा, कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने पुजारा के स्ट्राइक रेट पर संदेह व्यक्त किया है. पुजारा क्रीज पर समय बिताने और धीमी गति से ही सही लेकिन रन बनाने के लिए जाने जाते हैं. दाएं हाथ का बल्लेबाज एक छोर पर विकेट संभालकर बल्लेबाजी करते हैं और स्ट्राइक रोटेट करने में भी सफल रहे हैं. हालांकि, यह पुजारा का तरीका रहा है, जिसने उन्हें शीर्ष स्तर पर सफलता का स्वाद चखने में मदद की है.
पुजारा की ताकत विपक्षी गेंदबाजों को थका देना और गेंद को पुराना बना देना है. दूसरा बल्लेबाज पुजारा के इर्दगिर्द बल्लेबाजी कर सकता है और अपने रन भी बना सकता है क्योंकि भारत के तीसरे नंबर का खिलाड़ी एक छोर पर घंटों टिका रह सकता है.
हालांकि, 2018-19 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों में 521 रन बनाने के बाद से पुजारा बड़े स्कोर नहीं बना पाए हैं. पुजारा ने उस सीरीज के बाद 18 टेस्ट मैच खेले हैं और उन्होंने 28.03 की औसत से 841 रन बनाए हैं.
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “रिपोर्ट आती हैं लेकिन मैं उस खबर पर विश्वास नहीं कर रहा हूं क्योंकि पिछली बार भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया था, चेतेश्वर ने शतक बनाया था. हां, मुझे पता है कि आप क्या सोच रहे हैं. इंग्लैंड में उनका औसत 30 से कम है और वह वहां दो तीन बार जा चुका है.”
“लेकिन मैं निश्चित रूप से चेतेश्वर पुजारा को पहले टेस्ट मैच में खेलते हुए देखता हूं. मेरी राय में, इस समय, मैं उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर नहीं करुंगा. मैं चेतेश्वर पुजारा के साथ जारी रखूंगा.”
“मैं पुजारा से भी उम्मीद करूंगा, इंग्लैंड में उनका औसत 29 का है और दो साल के डब्ल्यूटीसी चक्र में पुजारा ने कुछ खास रन नहीं बनाए हैं. उन्होंने सभी मैच खेले, कुछ महत्वपूर्ण पारियां थीं, लेकिन बड़े रन थे. नहीं आए हैं.”
पुजारा का अंग्रेजी परिस्थितियों में औसत लगभग 30 का है और वह इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे. इसमें कोई शक नहीं कि पुजारा भारतीय टीम के लिए अहम भूमिका निभाने वाले हैं. पहला टेस्ट मैच 4 अगस्त से नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में खेला जाएगा.