आईपीएल 2021 के स्थगित होने से पहले जिन अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों ने सभी को प्रभावित किया, उसमें दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज आवेश खान का नाम शामिल है. टीम में एनरिक नॉर्टजे की गैरमौजूदगी में टीम मैनेजमेंट ने मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज पर भरोसा जताया और उन्होंने अपनी टीम के भरोसे को बरकरार रखा.
आवेश खान ने 8 मैचों में 16.50 की औसत व 7.70 की इकोनॉमी रेट से 14 विकेट लिए. वह टूर्नामेंट के स्थगित होने से पहले सबसे अधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज रहे. आवेश ने तेज गेंदबाजी करने की अपनी क्षमता से प्रभावित किया है और वह आईपीएल 2021 में दिल्ली के लिए पैसा वसूल गेंदबाजी करते दिखे.
दिल्ली कैपिटल्स के युवा तेज गेंदबाज ने फ्रेंचाइजी के कोच रिकी पोंटिंग को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का श्रेय दिया है. उनका कहना है कि पोंटिंग खिलाड़ियों को इस बात से वाकिफ कराते हैं कि खिलाड़ी कैसे सुधार कर सकते हैं.
रिकी पोंटिंग को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कोचों में से एक माना जाता है और उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए अच्छा काम किया है. उनकी कोचिंग में दिल्ली ने आईपीएल 2020 में फाइनल तक का सफर तय किया, तो वहीं आईपीएल 2021 में भी दिल्ली की टीम बेहदतरीन प्रदर्शन कर रही थी और खेले गए 8 में से 6 मैच जीतकर अंक तालिका में टॉप पर काबिज थी.
खान ने क्रिकेटनेक्स्ट से बात करते हुए कहा, “पिछले दो सीज़न में हम अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, हमने प्लेऑफ़ के लिए क्वालीफाई किया, पिछले सीज़न में हमने फाइनल खेला था. इस सीज़न के दौरान भी हमने 8 में से 6 मैच जीते.”
“रिकी सर ने हमेशा मेरा समर्थन किया है. मैं पिछले कुछ समय से उनके साथ जुड़ा हुआ हूं, इसलिए वह मुझे अच्छी तरह जानते हैं. वह अपने सभी युवा खिलाड़ियों का सपोर्ट करते हैं, मैच से पहले और बाद में उनसे बात करते हैं. वह अपना सुझाव देते हैं कि हम खुद को कैसे बेहतर बना सकते हैं. टीम मीटिंग के दौरान, वह बहुत सकारात्मक रहते हैं. निजी तौर पर वह मुझे पसंद करते हैं और मेरा सपोर्ट करते हैं. इस सीजन में मेरे पहले मैच से पहले उन्होंने मुझसे कहा था कि मेरा समय आ गया है, मुझे पता है कि तुम अच्छा करोगे. आपने बहुत कुछ सीखा है इसलिए अब आपके लिए कुछ करने का समय आ गया है.”
अवेश खान ने दो बार तीन विकेट लिए और सटीक गेंदबाजी करने की उनकी क्षमता से सभी को प्रभावित हुए. उन्होंने मिले हुए मौके को दोनों हाथों से लपका और जिसका परिणाम ये है कि अब उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए स्टैंडबाई खिलाड़ी के रूप में चुना गया है और वह भारतीय खिलाड़ियों को टेस्ट सीरीज के लिए तैयार करने में मदद करेंगे.