भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम का नेतृत्व करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. दोनों टीमों के बीच 3-3 मैचों की सीमित ओवर सीरीज खेली जाएगी और इसके बाद भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की सम्मानित टेस्ट सीरीज खेली जाएगी.
पिछली बार जब भारतीय टीम, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थी, तब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर ऐतिहासिक जीत अपने नाम की थी. इस दौरे पर मैन ऑफ द सीरीज चेतेश्वर पुजारा ने सर्वाधिक रन बनाए, मगर कप्तान विराट कोहली ने बेहद आक्रामक बल्लेबाजी की और उन्होंने 4 मैचों में 40.29 के औसत से 282 रन बनाए थे.
विराट कोहली ने भारत के लिए अब तक 86 टेस्ट, 248 एकदिवसीय व 82 टी20आई मैच खेले. जिसमें उन्होंने 7240, 11867 व 2794 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने कुल 70 शतक लगाए हैं. रन मशीन कोहली का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड है और उन्होंने 40 मैचों में 1910 रन बनाए.
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलिप्सी ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज गिलेस्पी ने टेलीग्राफ से कहा, ऑस्ट्रेलिया विराट का विकेट जल्दी लेना चाहती है. विराट कोहली में कोई कमजोरियां नजर नहीं लगती. इसलिए, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को न केवल उनकी लाइन और लेंथ की बात आती है तो उन्हें वास्तव में आक्रामक होने की जरूरत है, बल्कि उन्हें भी अच्छा और धैर्यवान रहना होगा, जो वास्तव में महत्वपूर्ण होने वाला है. वे उम्मीद कर रहे होंगे कि वे विराट पर उन अच्छी डिलिवरी के साथ गेंदबाजी कर सकते हैं.”
“हम जानते हैं कि विराट कोहली एक अद्भुत खिलाड़ी है. ऑस्ट्रेलिया उसे बल्लेबाजी करते देखना चाहता हैं लेकिन बहुत लंबे समय तक नहीं, क्योंकि अगर वह लंबे समय तक बल्लेबाजी करते हैं तो निश्चित तौर पर भारत को बड़े स्कोर की तरफ ले जाने में मदद कर सकते हैं.”
विराट कोहली सीमित ओवर सीरीज के बाद सिर्फ पहले टेस्ट मैच में ही टीम इंडिया का नेतृत्व करेंगे. इसके बाद बचे हुए तीन मैचों में टीम की कमान उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के हाथों में होगी. दरअसल, कप्तान कोहली पहले बच्चे के जन्म के लिए एडिलेट टेस्ट के बाद भारत लौट जाएंगे.
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 27 नवंबर से सीमित ओवर सीरीज का आगाज होगा और 17 दिसंबर से बॉर्डर-गावस्कर सीरीज खेली जाएगी.