टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान को भारतीय कप्तान विराट कोहली की जमकर प्रशंसा करते देखा गया. पठान का ऐसा कहना है कि विराट कोहली की दिलचस्पी टीम इंडिया के लिए मैच जीतने की होती है ना कि रिकॉर्ड बनाने की. इस बात में कोई शक नहीं है कि कोहली सिर्फ जीत के लिए मैदान पर उतरते है और हमेशा अपना 120 प्रतिशत देने के लिए जाने जाते हैं.
भारतीय कप्तान ने फिटनेस के नए आयाम भी निर्धारित किये है. अभी तक विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय पर 21 हजार से ज्यादा रन और 70 शतक लगा चुके है. 12 सालों के करियर में कोहली के यह विराट रिकार्ड्स इस बात की गवाही देने के लिए काफी है कि उनका प्रदर्शन भारत के लिए कितना महत्वपूर्ण और सराहनीय रहा है.
इरफान पठान ने स्टार स्पोर्ट्स क्रिकेट कनेक्टेड से बात करते हुए कहा, “विराट कोहली की बहुत ही सरल मानसिकता है कि वह हर उस खेल को जीतना चाहते हैं जो वह खेलता है. तो क्या होता है जब वह सिर्फ गेम जीतने के बारे में सोच रहा होता है, वह केवल लक्ष्य के बारे में सोच रहा होता है, वह अपने 100 या 200 के बारे में नहीं सोच रहा होता है.’’
इरफान ने आगे कहा, “मुझे याद है कि जब वह पुणे में खेल रहा था, जब उसने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक बनाया था, तो वह 260 पर बल्लेबाजी कर रहा था और वह अपने बल्लेबाजी साथी को आगे बढ़ा रहा था, जो सिर्फ दो या तीन के लिए बल्लेबाजी करने के लिए निकला था. यह उस तरह की मानसिकता और फिटनेस का स्तर है जो वह तब तक नहीं रोकना चाहता जब तक कि मैच को रोका नहीं जाता या टीम द्वारा नहीं जीता जाता. इसलिए विराट कोहली के लिए सबसे बड़ा फायदा यह है कि वह देश के लिए हर मैच जीतना चाहते हैं.’’
विराट कोहली को मैदान पर हमेशा उत्साह और जोश से लबरेज देखा जाता है. कोहली हमेशा विपक्षी टीम के ऊपर दबाव बनाना पसंद करते है. कोहली जिस शिद्दत के साथ मैच खेलते है, वह अपने साथी खिलाड़ियों से भी वही उम्मीद रखते है. विराट के खेल में यह साफतौर पर देखा जा सकता है कि उनके अंदर मैच जीतने की कितनी भूख है.
विराट कोहली की इसी भूख का नतीजा मैदान पर भारतीय टीम के परिणाम में भी देखा जा सकता है. टीम इंडिया उनकी अगुवाई में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है.
Written by: अखिल गुप्ता