पूर्व भारतीय ऑलराउंडर मदन लाल का मानना है कि वेंकटेश अय्यर अगर भारतीय टीम के लिए पांचवें या छठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते रहते हैं तो उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिलेगी. अय्यर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले दो एकदिवसीय मैच खेले लेकिन वह छाप नहीं छोड़ सके क्योंकि उन्होंने छठे नंबर पर बल्लेबाजी की और वह टीम के लिए फिनिशिंग टच नहीं जोड़ सके.
इसके अलावा, अय्यर को पहले एकदिवसीय मैच में गेंद नहीं दी गई और दूसरे गेम में केवल कुछ ओवर फेंके गए. मदन लाल ने कहा कि अय्यर गेंद से प्रभावी नहीं हैं क्योंकि उन्होंने अपनी गेंदबाजी पर ज्यादा काम नहीं किया है.
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर को लगता है कि अय्यर टीम में तभी प्रभाव डाल सकते हैं जब वह पारी की शुरुआत करेंगे. वेंकटेश अय्यर ने आईपीएल 2021 में बेहतरीन प्रदर्शन किया था और वह सुर्खियों में छा गए थे क्योंकि उसने केकेआर के लिए 10 मैचों में 370 रन बनाए थे और टूर्नामेंट के फाइनल में फ्रैंचाइज़ी को ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
इसके अलावा, बाएं हाथ के बल्लेबाज ने विजय हजारे ट्रॉफी में मध्य प्रदेश के लिए खेलते हुए अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखा. उन्होंने छह मैचों में 63.16 की शानदार औसत और 133.92 की धमाकेदार स्ट्राइक रेट से 379 रन बनाए.
मदन लाल ने आज तक से बात करते हुए कहा, “अगर वो 5वें या छठे नंबर पर बैटिंग करते हैं तो मुझे नहीं लगता है कि वो सफल हो पाएंगे. मैंने उनकी गेंदबाजी भी देखी है और वो भी ज्यादा प्रभावशाली नहीं थी. मेरे हिसाब से वो ज्यादा से ज्यादा 2-3 ओवर गेंदबाजी कर सकते हैं. उन्होंने अपनी गेंदबाजी पर काम भी नहीं किया है. ऐसे में अगर आप ये सोचे कि एक ऑलराउंडर के तौर पर वो इस इंडियन टीम में फिट हो सकते हैं तो ये काफी मुश्किल लगता है. केवल एक ही पोजिशन पर उन्हें खिलाया जा सकता है और वो ओपनिंग है.”
इस बीच, वेंकटेश अय्यर को वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के लिए एकदिवसीय टीम में शामिल नहीं किया गया है, हालांकि उन्होंने टी20ई टीम में जगह बना ली है.
अय्यर को रवींद्र जडेजा और हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में भारतीय टीम में मौका मिल रहा है, जो दोनों अपनी-अपनी चोटों से उबर रहे हैं, लेकिन अगर ये दोनों खिलाड़ी टीम में वापस आते हैं तो उनके लिए अपनी जगह बरकरार रखना मुश्किल हो सकता है.
भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहला वनडे 6 फरवरी को अहमदाबाद में खेला जाएगा.