इरफान पठान.., एक ऐसा नाम जिसने भारतीय क्रिकेट पर अपनी खासी बड़ी छाप छोड़ी। इरफान टीम इंडिया के बड़े और नामी ऑलराउंडर में से एक रहे। पठान जितनी अच्छी गेंदबाजी करते थे, उतनी ही शानदार बल्लेबाजी के लिए भी जाने जाते थे।
इरफान पठान को लेकर एक बात बड़े ही आमतौर पर सुनने को मिलती है, कि भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने उनके करियर को खराब किया। दरअसल बात सभी जानते है कि इरफान को जब बल्लेबाजी क्रम में ऊपर प्रमोट किया गया, तब से उनकी गेंदबाजी में लगातार गिरावट देखने को मिली।
कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का तो यहां तक मानना है कि अगर ग्रेग चैपल इरफान को ऊपर बल्लेबाजी के लिए प्रमोट ना करते तो उनका करियर और लंबा देखने को मिल सकता था। हाल में ही इरफान पठान ने अपने बल्लेबाजी क्रम को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया।
दरअसल रौनक कपूर के यूट्यूब शो ‘द बियॉन्ड द फील्ड’ पर बात करते हुए पठान ने कहा, कि उनको नंबर तीन पर प्रमोट करने के पीछे ग्रेग चैपल का कोई हाथ नहीं रहा। 35 वर्षीय पूर्व तेज गेंदबाज ने अपने बयान में कहा,
”अपने रिटायरमेंट से पहले भी मैंने यह बात कही थी कि जो लोग यह बात करते है कि ग्रेग चैपल ने मुझे नंबर 3 पर प्रमोट कर मेरा करियर खराब किया, उन सभी को बता दूं कि ऐसा नहीं है। मुझे नंबर 3 पर भेजना का आईडिया सचिन पाजी का था। उन्होंने राहुल द्रविड़ को मुझे नंबर 3 पर भेजने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वह (इरफान) छक्के मारने की ताकत रखते हैं, नई गेंद पर खेल सकते हैं और तेज गेंदबाजों को भी खेल सकते हैं।‘’
इरफान ने आगे कहा, “यह सच नहीं है कि ग्रेग चैपल ने मेरा करियर खराब कर दिया। चूंकि वह भारत से नहीं थे, इसलिए उनका नाम उछालना बेहद आसान है।”
हाल में ही इरफान पठान ने टीम इंदी के चयनकर्ताओ पर भी अपना निशाना सादा था और कहा था कि उन्होंने उन्हें टीम में पर्याप्त मौके नहीं दिए। बताते चले कि 2012 में इरफान ने मात्र 27 वर्ष की आयु में देश के लिए अपना अंतिम मैच खेला था। अपने अंतिम मैच में उन्होंने ‘मैन ऑफ द मैच’ का अवार्ड भी प्राप्त किया था।
इरफ़ान पठान ने गेंद को दोनों तरह से स्विंग करने की अपनी क्षमता से सुर्खियाँ बटोरी थीं। पठान के पास एक बल्लेबाज के रूप में अच्छी साख थी और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की चुनौती थी। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपने टेस्ट करियर में 29 टेस्ट मैचों में 31.57 की औसत से 1105 रन बनाए। अपने वनडे करियर में 120 मैचों में 23.39 की औसत से 1544 रन बनाए।
साल की शुरुआत में संन्यास लेने वाले इरफान पठान 29 टेस्ट मैचों में 100, 120 वनडे मुकाबलों में 173 और 24 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 28 विकेट अपने नाम किये।
Written by: अखिल गुप्ता