आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को इंग्लैंड क्रिकेट टीम के साथ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. जिसे लेकर लगातार चर्चा चल रही है कि ये किवी टीम के लिए सकारात्मक पहलू होगा, क्योंकि वह इंग्लिश परिस्थितियों में खुद को ढ़ाल सकेगी.
मगर अब भारत के पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने दूसरे पहलू का खुलासा किया है. उनका मानना है कि केन विलियमसन की टीम को यदि इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में हरा देती है, तो उनका मनोबल गिरेगा, जिसका फायदा भारतीय टीम उठा सकती है.
गावस्कर ने ‘द टेलीग्राफ’ में लिखे अपने कॉलम में कहा, “कुछ लोगों का मानना है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल मुकाबले से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने से न्यूजीलैंड को फायदा होगा क्योंकि वो यहां के माहौल के अनुसार खुद को ढाल लेंगे.”
“उन दो टेस्ट खेलने का दूसरा पहलू यह है कि न्यूजीलैंड को हराया जा सकता है और इस तरह जब वे भारत से भिड़ते हैं तो उनका मनोबल कम होता है और उनके कुछ प्रमुख खिलाड़ियों को कुछ चोटें भी लग सकती हैं जो इंग्लैंड में जून की शुरुआत में हो सकती हैं.”
इसके अलावा, लिटिल मास्टर का मानना है कि भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ फायदा उठा सकता है क्योंकि विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम तरोताजा होगी और वे डब्ल्यूटीसी फाइनल में जाने के लिए उतावले होंगे.
“एक अन्य कारक जो भारतीय टीम के पक्ष में काम करेगा, वह यह है कि वे जाने के लिए तरोताजा और उत्साही होंगे और एक महीने के अंतराल के बाद वे जिस खेल से प्यार करते हैं उसे खेलने में सक्षम होने के लिए सरासर ऊर्जा और उत्साह किसी भी कमी को पूरा करने से कहीं अधिक होगा मैच अभ्यास.“
“यह एक ऐसी टीम है जिसने सफलता का स्वाद चखा है और वह भी विपरीत परिस्थितियों में, इसलिए किसी भी प्रतिकूलता को यह दिखाने के अवसर के रूप में देखा जाएगा कि उनमें इससे ऊपर उठने और इसे जीतने का दम है.”
दोनों टीमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ उतरेंगी. ये मुकाबला 18-22 जून को साउथैम्पटन के एजेस बाउल में खेलेगा