पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की कप्तानी की जमकर तारीफ की है. इरफान के अनुसार सौरव गांगुली एक सच्चे लीडर थे. साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने खिलाड़ियों का पूरा समर्थन करते थे.
गांगुली हमेशा युवा खिलाड़ियों को पूरा मौका देते थे. पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने उन खिलाड़ियों को पूरा पूरा मौका दिया, जिन पर उन्हें भरोसा था या जिनके टैलेंट की उन्हें परख हो गयी थी. वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, युवराज सिंह और जहीर खान जैसे खिलाड़ियों को सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी में ही बड़ा खिलाड़ी बनाया.
इन सभी खिलाड़ियों को दादा ने पूरे मौके दिए और बड़ा खिलाड़ी बनाने में मदद की. आगे चलकर इन सभी दिग्गजों ने भारतीय क्रिकेट की बहुत सेवा भी की.
गांगुली पर हमेशा प्रतिभाओं की नजर रहती थी और वह यह सुनिश्चित करते थे कि योग्य खिलाड़ियों को उनके अवसर मिलें. वास्तव में, पठान ने याद किया कि युवराज सिंह अपने प्रदर्शन के साथ शुरुआती चरण में संघर्ष कर रहे थे, लेकिन गांगुली ने उन्हें फिर से वापसी करने का फैसला किया और परिणाम फलदायक रहे.
सौरव गांगुली ने मैच फिक्सिंग के समय पर टीम इंडिया की कप्तानी का जिम्मा संभाला था और उसके बाद से ही भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करना भी शुरू किया. दादा ने अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों को मौका देकर ना सिर्फ एक बढ़िया टीम बनाई, बल्कि टीम को विदेशी सरजमीं पर जीतना भी सीखाया.
क्रिकेट.कॉम से बातचीत के दौरान इरफान पठान ने कहा, “सौरव गांगुली यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि वह टीम बनाए. मुझे याद है कि युवराज सिंह अपने करियर की शुरुआत में काफी कुछ मैचों के लिए संघर्ष कर रहे थे. गांगुली ने उनका समर्थन किया. युवराज ही नहीं, गांगुली ने हरभजन सिंह और जहीर खान जैसे युवाओं का समर्थन किया. उन्होंने उस समय टीम का निर्माण किया जब भारत की टीम कठिन हालात में थी. लोग क्रिकेट से प्यार नहीं करते थे क्योंकि यह भारत में क्रिकेट के लिए कठिन समय था. लोगों को फिर से भारतीय क्रिकेट टीम से प्यार करने का श्रेय सौरव गांगुली को दिया जाना चाहिए.’’
पठान ने आगे कहा, ‘’गांगुली एक ऐसे कप्तान थे जिन्होंने खिलाड़ियों को यह भरोसा दिलाया कि वे विपक्षी टीम के सामने मुकाबला कर जीत हासिल कर सकते हैं.’’
सौरव गांगुली ने 49 टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व किया, जिसमें टीम ने 21 जीते और 13 हारे जबकि 15 ड्रा में समाप्त हुए. वहीं सौरव गांगुली ने 146 एकदिवसीय मैचों में भारत का नेतृत्व किया और 76 में जीत दर्ज की जबकि 65 में हार का मुहं देखा.
Written by: अखिल गुप्ता